– घाट में गंदा पानी से छठव्रतियों के बीच परेशानी – हजारों की संख्या में डाला सजा करते हैं पूजा अर्चना व्रती – संवेदनशील घाट की श्रेणी में आता है यह घाट – व्रती अपने स्तर से करते हैं सफाई कटिहार निगम प्रशासन की ओर से चिन्हित संवेदनशील छठ घाट में कारी कोसी छठ घाट में पानी की स्थिति अच्छी नहीं है. इससे छठव्रतियों के बीच इस वर्ष छठ व्रत करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति में है. करीब बीस से तीस हजार लोग इस छठ घाट पर चारों ओर से छठ के दिन अर्घ देने पहुंचते हैं. छठ पर्व को लेकर महज पांच दिन शेष रह गया है. बावजूद इस घाट की साफ-सफाई निगम की ओर से धीमी गति से की जा रही है. छठ व्रतियों की ओर से निगम प्रशासन से हो रही सफाई को देख अपने स्तर से सफाई को लेकर कमर कसा जा रहा है. समाजसेवी भोला प्रसाद महतो, पंकज कुमार, कमलेश यादव, रौशन यादव, कुंदन यादव, संतोष पोद्दार, रिंकू यादव, सत्यनारायण महतो, विजय मंडल, चंदन यादव समेत अन्य का कहना है कि वार्ड नम्बर 41 में मसान घाट, कारी कोसी घाट, कुंडी घाट इन सभी घाटों पर करीब तीस से चालीस हजार छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है. कारी कोसी घाट के निकट पुल के समीप भी घाट लगता है. लेकिन पानी की स्थिति बिल्कुल ही अच्छी नहीं है. साफ सफाई का कार्य यहां पर नहीं के बराबर हुआ है. जबकि निगम की ओर से साफ सफाई को लेकर कार्य शुरू किया गया है. संवेदनशील घाट कोरी कोसी घाट की सफाई कार्य शुरू नहीं होने से छठव्रतियों के बीच आक्रोश भी है. संवेदनशील घाट होने के बाद भी अब तक पानी के अंदर बेरिकेडिंग की व्यवस्था तक नहीं किया गया है. जाेन बी के लिए कारी कोसी घाट को बनाया गया कंट्रोल रूम निगम की ओर से चार जोन में बांटकर छठ घाट की सफाई की जा रही है. जोन बी सात छठ घाट को शामिल किया गया है. इस जोन के लिए कारी कोसी घाट को कंट्रोल रूम बनाया गया है. इन सभी घाटों के लिए नूर अली खान को नोडल पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है. इस जोन में कोसी घाट, रानी घाट, गड़ी घाट, वार्ड नम्बर 40 स्थिति पोखर, बुघुचक वन व टू, कुम्हनियां घाट व बुद्धुचक के नीचे, श्मशान घाट को रखा गया है. पर्यवेक्षक, सहायक के रूप में तीन पदाधिकारियों को रखा गया है. जबकि सफाई जोनल प्रभारी के रूप में तीन सदस्य एपं पाथ्ये एवं सेवा समिति के सदस्य को भी शामिल किया गया है. हर हाल में समय पर होगी छठ घाटों की सफाई सभी घाटों को चिन्हित कर साफ सफाई कार्य शुरू करा दिया गया है. संवेदनशील घाटों पर विशेष रूप से निगरानी रखी गयी है. संवेदनशील घाटों पर जिन चीजों की जरूरत होगी. उस पर विशेष ध्यान रखने के लिए नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. संतोष कुमार, नगर आयुक्त, कटिहार
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