एक वर्ष से दूर-दराज के मरीजों को नहीं मिल रहा लाभ
कोढ़ा. ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने व सुदूर क्षेत्रों तक त्वरित चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से दो वर्ष पूर्व कोढ़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को एक बाइक एम्बुलेंस प्रदान की गयी थी, लेकिन अफसोस यह है कि यह एम्बुलेंस अब तक इस्तेमाल में नहीं लाई जा सकी है. बाइक एंबुलेंस स्वास्थ्य केंद्र परिसर में धूल फांक रही है. बाइक एम्बुलेंस शुरू में कुछ समय के लिए सक्रिय रही थी, लेकिन एक वर्ष पूर्व नियुक्त चालक ने सेवा बीच में ही छोड़ दी और चाबी वहीं छोड़कर चला गया. उसके बाद से न तो किसी नये चालक की नियुक्ति की गयी और न ही एम्बुलेंस का संचालन दोबारा शुरू हो पाया. स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ अमित कुमार आर्य ने बताया यह सुविधा लगभग दो साल पहले दी गयी थी. एक वर्ष पहले तक इसका उपयोग किया गया, लेकिन उसके बाद से चालक के नहीं रहने के कारण यह पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुकी है. हमने उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीण क्षेत्र विशेष रूप से दुर्गम गांवों में जहां चार पहिया एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती. वहां बाइक एम्बुलेंस एक जीवनरक्षक साबित हो सकती थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस सुविधा का सही तरीके से संचालन होता, तो कई गंभीर मरीजों को समय पर इलाज मिल सकता था. स्थानीय ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सुविधा को पुनः शुरू किया जाय और एक प्रशिक्षित चालक की नियुक्ति की जाय, ताकि आमलोगों को इसका लाभ मिल सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

