कटिहार : सदर विधायक सह विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक तारकिशोर प्रसाद ने विस के चालू सत्र में अपने तारांकित प्रश्न के माध्यम से सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में मत्स्य बीज उत्पादन योजना अंतर्गत कटिहार जिले को 16 लाख रुपये अनुदान के रूप में दिया गया था.
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कटिहार : विधायक तारकिशोर प्रसाद ने विधानसभा में मत्स्य बीज उत्पादन की राशि 14.50 लौटाने का मामला उठाया
कटिहार : सदर विधायक सह विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक तारकिशोर प्रसाद ने विस के चालू सत्र में अपने तारांकित प्रश्न के माध्यम से सदन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में मत्स्य बीज उत्पादन योजना अंतर्गत कटिहार जिले को 16 लाख रुपये अनुदान के रूप में दिया गया था. […]
इसमें से 14 लाख 50 हजार रुपए वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर वापस कर दिया गया. जिले के मत्स्य पालक अनुदान से वंचित हो गये हैं. सरकार का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया है. उन्होंने मत्स्य पालकों को अनुदान उपलब्ध नहीं कराने वाले संबंधित अधिकारी पर सरकार से कार्रवाई की मांग की.
प्रश्न को स्वीकारते हुए मंत्री पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग प्रेम कुमार ने लिखित उत्तर में बताया कि मत्स्य निदेशालय बिहार, पटना द्वारा कटिहार को 20 लाख रुपये अनुदान राशि आवंटित की गयी. वित्तीय वर्ष 2018-19 में मत्स्य बीज उत्पादन योजना मद में प्राप्त आवेदन के आलोक में देय अनुदान राशि का भुगतान एक लाख 46,625 रुपये की निकासी कोषागार से की गयी. शेष 18 लाख 53,375 रुपये संबंधित कार्यालय द्वारा प्रत्यर्पित कर दिया गया. जिले में सुखाड के कारण लक्ष्यानुकूल आवेदन प्राप्त नहीं हो सका.
जिला मत्स्य कार्यालय कटिहार को प्राप्त आवेदन के आधार पर ही मत्स्य बीज क्रेता को मत्स्य बीज पर देय अनुदान का भुगतान किया गया है. लक्ष्यानुरूप कार्यालय को समय पर आवेदन प्राप्त नहीं होने के फलस्वरूप आवंटित राशि की निकासी कोषागार से नहीं की जा सकी. मंत्री ने बताया की जिले में सूखा रहने के कारण मत्स्य बीज के लिए अपेक्षित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ. इसलिए किसी अधिकारी पर दंडात्मक कार्रवाई अपेक्षित नहीं है.
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