कटिहार : बच्चों की डायरिया से रक्षा के लिए तीन जुलाई से रोटावायरस वैक्सीन नियमित टीकाकरण के रूप में शामिल किया जायेगा. इसको लेकर सोमवार को सदर अस्पताल में रोटावायरस वैक्सीन की विस्तृत जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों ने प्रेस मीट का आयोजन किया.
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तीन जुलाई से बच्चों को डायरिया से बचाने के लिए चलेगा रोटावायरस वैक्सीन टीकाकरण
कटिहार : बच्चों की डायरिया से रक्षा के लिए तीन जुलाई से रोटावायरस वैक्सीन नियमित टीकाकरण के रूप में शामिल किया जायेगा. इसको लेकर सोमवार को सदर अस्पताल में रोटावायरस वैक्सीन की विस्तृत जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों ने प्रेस मीट का आयोजन किया. जहां रोटावायरस वैक्सीन के बारे में जानकारी दी गयी. […]
जहां रोटावायरस वैक्सीन के बारे में जानकारी दी गयी. सिविल सर्जन मुर्तजा अली ने बताया कि बिहार में तीन जुलाई से रोटावायरस वैक्सीन नियमित टीकाकरण के रूप में शामिल किया जायेगा. जो बच्चों को रोटावायरस डायरिया से रक्षा करेगा.
ऐसे तो रोटावायरस वैक्सीन भारत के 11 राज्यों में 2016 से ही चलाया जा रहा है और शेष सभी राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों में इसका विस्तार किया जायेगा. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एपी साही ने बताया कि यह वैक्सीन पांच वर्ष तक के बच्चों को दिया जायेगा. जो पहला खुराक छह सप्ताह, दूसरा 10 सप्ताह और तीसरा 14 सप्ताह की आयु पर दिया जायेगा.
डॉ साही ने बताया कि भारत में पांच वर्ष से कम आयु वाले बच्चों में 10 प्रतिशत मृत्यु दर का मुख्य कारण डायरिया है. साथ ही यह बच्चों के विकास में बाधा पहुंचाती है. बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं. भारत में लगभग डायरिया से 40 प्रतिशत, 32 लाख 70 हजार बच्चे रोटावायरस से ग्रसित होते है. इसमें 872000 बच्चे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती होते हैं.
दसमें 78000 बच्चों की मृत्यु प्रतिवर्ष इस बीमारी के चलते हो जाती है. पूरे विश्व में जो रोटावायरस डायरिया से बच्चों की मृत्यु होती है. उसका 22 प्रतिशत केवल भारत में ही होता है. इसमें 75 प्रतिशत मृत्यु दो वर्ष से छोटे बच्चे की होती है. भारत एशिया का पहला देश है. जिसमें रोटावायरस वैक्सीन को सर्वभोमिक प्रतिरक्षण कार्यक्रम में 2016 में शामिल किया गया है. जो 11 राज्यों में चल रहा है.
डॉ साही ने बताया कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित एवं प्रभावकारी है. जो बच्चों को अस्पताल में भर्ती होने एवं मृत्यु से रोकती है. उन्होंने बताया कि तीन जुलाई से नियमित टीकाकरण के रूप में यह वैक्सीन बच्चों को लगाया जायेगा. इसकी पूरी तैयारी कर ली गयी है.
इस अवसर पर डॉ आरएन पंडित, डॉ बी गोपालका, एसएमसी यूनिसेफ आदित्य कुमार, एसएमसी यूनिसेफ चंद्र विभा कुमारी, डब्ल्यूएचओ के डॉ अनन्या विश्वास, सुधीर कुमार आदि उपस्थित थे.
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