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Kaimur News : दो आधुनिक पिस्टल, चार मैगजीन व कारतूस के साथ दो तस्कर गिरफ्तार

भभुआ शहर के चकबंदी रोड में रविवार की दोपहर बड़ी संख्या में पुलिस बल एकत्रित हो एक घर को घेर लिया, बड़ी संख्या में पुलिस बल को देख पूरे मुहल्ले में हलचल मच गयी और आसपास के लोग एकत्रित होकर पुलिस की कार्रवाई देखने लगे.

भभुआ कार्यालय. भभुआ शहर के चकबंदी रोड में रविवार की दोपहर बड़ी संख्या में पुलिस बल एकत्रित हो एक घर को घेर लिया, बड़ी संख्या में पुलिस बल को देख पूरे मुहल्ले में हलचल मच गयी और आसपास के लोग एकत्रित होकर पुलिस की कार्रवाई देखने लगे. बड़ी संख्या में पहुंची पुलिस ने डॉ विनोद कुमार के अस्पताल के समीप गली में धर्मराज पाठक के मकान में जब प्रवेश किया, तो उस मकान में किराये पर रह रहे लड़कों में हलचल मच गयी और तत्काल उन लोगों द्वारा अपने कमरों का दरवाजा बंद कर लिया गया. पुलिस को मिली सूचना इतनी सटीक थी वह सीधा धर्मराज पाठक के मकान में किराये पर रह रहे सोनहन थाना क्षेत्र के डीहरमा गांव निवासी तपस कुमार के कमरे के पास पहुंची, तो उसका दरवाजा अंदर से बंद था. जब पुलिस द्वारा दरवाजा खुलवाने का काफी प्रयास किया गया तब भी दरवाजा अंदर से नहीं खोला गया, जिसके बाद पुलिस द्वारा दरवाजे पर धक्का मारकर जबर्दस्ती जब खोला गया तो उस कमरे के अंदर चार लोग थे. पुलिस को एक साथ हथियार लेकर घुसते देख कमरे में मौजूद अपराधियों ने हाथ में लोडेड पिस्तौल लिये हाथ को खड़ा करते हुए सरेंडर कर दिया, वहीं जब उन लोगों की तलाशी ली गयी तो उसमें डीहरमा गांव के रहने वाले ऋषभ व विष्णु के पास से दो लोडेड आधुनिक पिस्टल बरामद किये गये. सबसे बड़ी बात यह है कि जब उन्हें यह पता चला कि पुलिस द्वारा वे जिस घर में छुपे हुए हैं उस मकान की घेराबंदी की गयी है, तो उनके द्वारा हथियार में गोली डालकर उस लोड कर दरवाजे को अंदर से बंद कर लिया गया था. जहां पुलिस द्वारा बार-बार दरवाजा खोलने के लिए कहे जाने के बावजूद कोई अंदर से दरवाजा खोल नहीं रहा था, वह पुलिस से मुठभेड़ करने के मूड में पूरी तरह से तैयार थे, लेकिन पुलिस को भी इस बात की सूचना थी कि उनके पास अंदर में हथियार भी मौजूद है, इसके कारण पुलिस पूरी तरह से सजग थी. घटनास्थल पर भभुआ के एसडीपीओ शिव शंकर कुमार थानेदार मुकेश कुमार डीआइयू के प्रभारी अवधेश कुमार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल व सादे लिबास में भी हथियारों से लैस पुलिस बल वहां मौजूद थी. दरवाजा नहीं खोले जाने की स्थिति में पुलिस ने सजगता से दरवाजा को धक्का देकर जबर्दस्ती खोला और उसमें मौजूद अपराधियों को सख्ती से यह धमकी दी कि वे अगर किसी भी तरह की हरकत करते हैं तो उन्हें गोली मार दी जायेगी, तब जाकर उनके द्वारा हाथ ऊपर करके सरेंडर किया गया. पुलिस द्वारा उक्त कमरे से कुल चार लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें हथियार तस्कर के रूप में ऋषभ व विष्णु की पहचान हुई है, उनकी जब तलाशी ली गयी तो उनके पास से दो पिस्टल, चार मैगजीन व करीब 10 गोली बरामद किये गये. ऋषभ और विष्णु के पास जो पिस्टल था उसमें गोली भरी थी, उन्हें जब इसका अंदाजा हो गया था कि अगर वे पुलिस पर फायरिंग करते हैं तो पुलिस उन्हें गोली मार देगी, पुलिस की संख्या काफी अधिक है, तब उनके द्वारा हाथ खड़े कर सरेंडर किया गया. इसके बाद पुलिस ने उनके पास से सबसे पहले लोडेड पिस्तौल को अपने कब्जे में लिया और चारों को गिरफ्तार कर लिया गया. = पुलिस के पकड़े जाने के बाद ऋषभ को आयी मिर्गी जब पुलिस द्वारा ऑपरेशन चला कर चारों लड़कों को कमरे से पकड़ लिया गया, तो इसी बीच पकड़े गये ऋषभ को मिर्गी आ गयी और वह मिर्गी के कारण गिर पड़ा. इसके बाद पुलिस द्वारा उसे तत्काल इलाज के लिए भभुआ सदर अस्पताल लाया गया, जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है. इधर, अन्य तीन लोगों को भभुआ थाने लाया गया, जिसमें उसे कमरे से पकड़े गये एक युवक के अभिभावक पहुंचे और उनके द्वारा बताया गया कि वह इन लोगों के साथ नहीं रहता. ऋषभ के छोटे भाई के साथ पढ़ने के लिए उस कमरे में गया हुआ था, वह हृदय रोग का मरीज है उसका इलाज चलता है. उसकी दवा भी लेकर आये थे, जिसके बाद उसकी संलिप्तता नहीं पाते हुए उसे जांच कर छोड़ने का आदेश दिया गया, इसके अलावा ऋषभ के भाई तपस की भूमिका के संदर्भ में भी पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है. = उत्तर प्रदेश से हथियार लाकर भभुआ में करते थे सप्लाई पकड़े गये ऋषभ व विष्णु से प्राथमिक पूछताछ में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं, उनके द्वारा यह बताया गया है कि वह उत्तर प्रदेश से हथियार लाकर भभुआ में इसकी सप्लाई करते थे, जो हथियार उनके पास से बरामद हुआ है वह काफी आधुनिक किस्म का है. वह इसके पहले भी कई बार उत्तर प्रदेश से हथियार लाकर भभुआ व आसपास के इलाकों में सप्लाई कर चुके हैं. एसपी हरिमोहन शुक्ल द्वारा बताया गया कि उनके पूरे रैकेट का पता लगाया जा रहा है, उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जायेगा. = अपराधियों का अड्डा रहा है चकबंदी रोड शहर का चकबंदी रोड पूर्व से ही अपराधियों का अड्डा रहा है. यहां पर आये दिन बदमाशों के दो गुटों के बीच संघर्ष की बात सामने आती है. कई बार अनावश्यक वर्चस्व की लड़ाई में फायरिंग किये जाने, किसी निर्दोष लड़के के साथ मारपीट किये जाने, उधर से आने जाने वाले लोगों के साथ छिनतई किये जाने, वहां पढ़ने वाले शिक्षकों के साथ मारपीट व रंगदारी मांगे जाने का मामला अक्सर सामने आता रहता है. किसी अन्य न जगह पर आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद उक्त इलाके में अपराधी आकर छुपते भी हैं, कुल मिलाकर चकबंदी रोड भभुआ शहर में अपराधियों के लिए सेफ जोन रहा है. उक्त इलाके में आपराधिक गतिविधि को देखते हुए पूर्व के एसपी हरप्रीत कौर व दिल नवाज अहमद द्वारा चकबंदी रोड के चौराहे पर 24 घंटे पुलिस बल की तैनाती पर लगाम लगाने, उनके हरकत पर नजर रखने के लिए की गयी थी. लेकिन बाद में पुलिस की तैनाती हटाये जाने के बाद से एक बार फिर उक्त इलाके में अपराधियों की गतिविधि बढ़ गयी है. = तस्करों के पकड़े जाने की सूचना पर थाने पहुंचे एसपी तस्करों के पकड़े जाने की सूचना जैसे ही एसपी हरिमोहन शुक्ला को मिली, वह तत्काल भभुआ थाना पहुंच गये. उनके द्वारा खुद पकड़े गये सभी अपराधियों को बारी-बारी से बुलाकर पूछताछ की गयी. इसी क्रम में पकड़े गये एक के अभिभावकों द्वारा यह बताया गया कि वह हमेशा बीमार रहता है, उसका इलाज चल रहा है और वह उक्त कमरे में ऋषभ के भाई तपस के साथ पढ़ता है और पढ़ने के लिए ही गया हुआ था, उसका इस मामले में कोई भूमिका नहीं है. इसके बाद एसपी के द्वारा उसे छोड़ने का आदेश दिया गया. एसपी ने बताया कि पकड़े गये चार लोगों में दो लोग हथियार तस्कर हैं, उनसे पूरी जानकारी इकट्ठा की जा रही है, उनके पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जायेगा.

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