मोहनिया सदर. प्रखंड के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बघिनी में कार्यरत तीन शिक्षक अखिलेश कुमार सिंह, राजेश कुमार और चंदन कुमार गुप्ता सहित पूर्व में स्थानांतरित शिक्षक विनय कुमार सिंह और राकेश पांडेय पर प्रोविजनल पीरियड में ही प्रपत्र ””क”” गठित किया गया. वहीं, राजकीयकृत मध्य विद्यालय बघिनी के प्रधानाध्यापक काशी प्रसाद पर निलंबन की कार्रवाई की गयी है. यदि जांच में शिक्षक दोषी पाये जाते हैं तो उन्हें सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है. सभी शिक्षकों ने नवंबर 2023 में विद्यालय में योगदान किया था. जनवरी 2024 में प्रधानाध्यापक काशी प्रसाद से विवाद उत्पन्न हुआ. फरवरी 2024 में काशी प्रसाद ने जिले और राजधानी स्तर पर लिखित शिकायत देकर इन शिक्षकों तथा शिक्षिकाओं पर पठन-पाठन बाधित करने, गुटबंदी करने और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था. तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गयी, जिसमें शिक्षिकाएं किरन रावत और सुनीता कुमारी को आरोपमुक्त कर दिया गया. सुनीता कुमारी फिलहाल आरा, विनय कुमार सिंह कठेज और राकेश पांडेय भभुआ जिले के विद्यालय में पदस्थापित हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर अब कार्रवाई का आदेश जारी किया गया है.
इन शिक्षकों पर आरोप
हेडमास्टर काशी प्रसाद
जांच टीम ने अपने प्रतिवेदन में प्रधानाध्यापक काशी प्रसाद पर वित्तीय अनियमितता, गुटबंदी और पठन-पाठन प्रभावित करने जैसे आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाया. विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक नहीं कराने का आरोप भी सही पाया गया. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चांद निर्धारित किया गया है.
शिक्षक चंदन कुमार गुप्ता
जांच टीम ने चंदन कुमार गुप्ता को वर्ग संचालन में रुचि न लेने और समय सारणी के अनुसार पठन-पाठन न करने का दोषी पाया है. उन्हें मनमानी, लापरवाही और अनुशासनहीनता के मामले में दोषी ठहराया गया है. प्रपत्र ””क”” की जांच के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भभुआ और मोहनिया को नामित किया गया है. जांच 15 दिनों में पूरी करने का आदेश है.शिक्षक राजेश कुमार
कंप्यूटर शिक्षक राजेश कुमार पर भी वर्ग संचालन में रुचि न लेने और समय पर पठन-पाठन न कराने का आरोप सिद्ध हुआ है. जांच टीम ने उन्हें लापरवाही और अनुशासनहीनता का दोषी माना है. जांच प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भभुआ और मोहनिया करेंगे और 15 दिनों में रिपोर्ट देंगे.शिक्षक विनय कुमार सिंह
जांच टीम ने विनय कुमार सिंह पर पठन-पाठन में रुचि न लेने और प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर बैठने जैसे आरोपों को सही पाया. उन्हें लापरवाही और अनुशासनहीनता का दोषी करार दिया गया है. उनकी जांच एक पक्ष के भीतर पूरी करने का आदेश दिया गया है.शिक्षक अखिलेश कुमार सिंह
जांच रिपोर्ट में अखिलेश कुमार सिंह को भी वर्ग संचालन में रुचि न लेने और समय पर पढ़ाई न कराने का दोषी ठहराया गया. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भभुआ और मोहनिया को जांच का आदेश दिया है, जिसकी रिपोर्ट 15 दिनों में देनी होगी.शिक्षक राकेश पांडेय
राकेश पांडेय पर भी वर्ग संचालन में लापरवाही, समय सारणी का पालन न करने और अनुशासनहीनता के आरोप सही पाये गये हैं. जांच के लिए भभुआ और मोहनिया के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को नामित किया गया है और एक पक्ष के भीतर रिपोर्ट देने का आदेश है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

