मोहनिया सदर.
बनारस की पुलिस के लिए सिरदर्द बने चैनपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव के रहने वाले कुख्यात अपराधी जयकांत पटेल, पिता जयप्रकाश पटेल को बनारस के लंका थाने की पुलिस ने रात लगभग 11:30 बजे सीर करहियां (रविदास पार्क) के पास से मुठभेड़ में मार गिराया. दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि वह बिना नंबर वाली बाइक से टोल प्लाजा क्रास करने वाला है. पुलिस ने उसकी घेराबंदी की, तो वह 315 बोर के कट्टे से पुलिस पर फायरिंग करने लगा. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. इसमें जयकांत के दाहिने पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया. जयकांत वाराणसी क्षेत्र में लूट व महिलाओं से चेन छिनैती की घटनाओं को दिनदहाड़े अंजाम दिया करता था. शेरपुर के रहने वाला जयकांत के साथी विकास पटेल को लगभग 15 दिन पूर्व बनारस पुलिस से हुए मुठभेड़ में पैर में गोली लगी थी, फिलहाल विकास पटेल जेल में बंद है दोनों मिलकर वाराणसी में घटनाओं को अंजाम देते थे. यूपी पुलिस के लिए सिरदर्द बने जयकांत पटेल पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.बनारस के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं 11 मुकदमे
जयकांत पटेल एक कुख्यात अपराधी बन चुका था, जो लूट की घटनाओं को अंजाम देता था. उत्तर प्रदेश पुलिस की नाक में इसने दम कर रखा था. लंबे समय से पुलिस इसकी तलाश में थी. लेकिन यह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता था. विगत 15 दिन पूर्व जब यह अपने साथी विकास पटेल के साथ था उस समय लंका पुलिस से इन दोनों की मुठभेड़ हुई. इसमें विकास पटेल गोली लगने से घायल हो गया था और उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन जयकांत पटेल उस समय पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल हो गया था. वाराणसी के विभिन्न थानों में कुख्यात सरगना जयकांत, पटेल के विरुद्ध महिलाओं से चेन छिनैती व लूट के 11 मुकदमे दर्ज है. इसका एक साथी 15 दिन पूर्व ही गिरफ्तार किया जा चुका है. एक ही गांव के रहने वाले यह दोनों पड़ोसी बनारस में लूट की घटनाओं को बेखौफ होकर अंजाम दिया करते थे.एक दिन में चार-चार लूट की घटनाओं को देता था अंजाम
बनारस थाना क्षेत्र में जयकांत का खौफ लोगों के दिल से निकलने का नाम नहीं ले रहा था. जयकांत बेखौफ होकर एक दिन में चार-चार लूट की घटनाओं को अंजाम देकर आसानी से निकल जाता था. जयकांत की गिरफ्तारी को लेकर बनारस पुलिस पशोपेश में पड़ी थी. लेकिन, वह इतना शातिर था कि लूट की घटनाओं को अंजाम देने के बाद आसानी से भाग निकलता था और बनारस क्षेत्र में लोगों के लिए दहशत का पर्याय बना हुआ था. पुलिस को लंबे समय से इसकी तलाश थी, लेकिन यह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा था. यही कारण है कि पुलिस ने इसके ऊपर 25000 का इनाम भी घोषित कर रखा था.
बनारस के इन थानों में दर्ज हैं केस
लंका थाने की पुलिस की माने तो जयकांत पटेल और विकास पटेल एक साथ आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया करते थे. बनारस में लोगों के लिए यह आतंक का पर्याय बन चुके थे. जहां जयकांत पटेल पर वाराणसी के भेलूपुर, सिगरा, रामनगर, लक्सा, आदमपुर और लंका थाना सहित अन्य थानों में लूट और चेन छिनैती के 11 मामले दर्ज हैं.पुलिस को मिली थी जयकांत के बाइक से आने की सूचना
लंका पुलिस को मुखवीरो से सूचना प्राप्त हुई की डाफी की तरफ से बिना नंबर प्लेट वाली सफेद रंग की एक मोटरसाइकिल से जयकांत पटेल अकेला टोल प्लाजा की तरफ आ रहा है. पुलिस ने तुरंत टीम गठित कर उसकी घेराबंदी की. पुलिस को देखते ही उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की. इसमें जयकांत के दाहिने पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा जिससे वह आसानी से पुलिस की पकड़ में आ गया जयकांत के पास से 315 बोर का एक देसी कट्टा व जिंदा कारतूस भी बरामद किया गया है.
क्या कहते है थाना अध्यक्ष
इस संबंध में पूछे जाने पर लंका थाना अध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि जयकांत पटेल एक दुर्दांत अपराधी है, जो महिलाओं से चेन छिनैती व लूट की घटनाओं को बेखौफ अंजाम दिया करता था. रात लगभग 11:30 बजे सिर करहिया के समीप पुलिस मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया है. इसका एक साथी विकास पटेल भी लगभग 15 दिन पहले ही मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुआ था जो अभी जेल में है. जयकांत एक दिन में चार-चार लूट की घटनाओं को अंजाम दिया करता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

