भभुआ कार्यालय. भभुआ शहर में दिन प्रतिदिन जाम की स्थिति विकराल होती जा रही है, स्थिति का आलम यह है कि सरकार ने जब हर जिले में ट्रैफिक थाना खोलने की घोषणा की थी, तब ऐसा लगा था कि भभुआ जैसे छोटे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को अब निजात मिल जायेगी. लेकिन, ट्रैफिक थाना खुलने के करीब एक साल बाद भी भभुआ शहर के लोग जाम की समस्या से उसी तरह से जूझ रहे हैं, जैसे पहले जूझ रहे थे. मंगलवार को भभुआ में शाहाबाद रेंज के डीआइजी इंस्पेक्शन के लिए आने वाले थे. डीआइजी के आगमन को लेकर ट्रैफिक पुलिस व थाने की गश्ती करने वाली पुलिस काफी चौकस थी. सुबह से ही ट्रैफिक पुलिस के जवान व पदाधिकारी के साथ-साथ 112 की पुलिस रोड खाली करा रही थी, जिसे लेकर लगातार दो दिनों से पुलिस को एकता चौक, जयप्रकाश चौक सहित अन्य जगहों पर मुस्तैदी के साथ ट्रैफिक पुलिस के जवानों को सड़क से वाहनों को हटाते देख जब हमने पूछा कि आखिर ऐसी क्या खास बात है कि इतनी मुस्तैदी के साथ सड़क से वाहनों को हटाया जा रहा है और सड़क को खाली कराया जा रहा है. इस पर एक ट्रैफिक पुलिस के जवान ने बताया कि कल यानी सोमवार को पुलिस मुख्यालय से एडीजी साहब आने वाले थे और आज इंस्पेक्शन के लिए डीआईजी साहब आने वाले हैं, इसीलिए सड़क पर खड़े वाहनों को हटाया जा रहा है, ताकि उनकी गाड़ी जाम में न फंसे. = पटेल चौक पर ट्रैफिक पुलिस का भी नहीं रहता ध्यान शहर के पटेल चौक पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है, जब शहर के लोगों को पटेल चौक से आगे चैनपुर वाले रोड में जाने की बात आती है तो कोई भी उधर जाना नहीं चाहता. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पटेल चौक पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. जाम के कारण उधर का व्यवसाय भी बुरी तरह से प्रभावित होता है. बड़ी बात यह है कि पटेल चौक की तरफ जिले की बड़े अधिकारी डीएम, एसपी या अन्य अधिकारियों का आना-जाना काम होता है, क्योंकि उसे रास्ते में उनके आवास नहीं है. भगवानपुर वाले रास्ते में डीएम का आवास है व जयप्रकाश चौक के पास एसपी का आवास है और उक्त दोनों अधिकारी प्रतिदिन एकता चौक व जयप्रकाश चौक होते हुए समाहरणालय जाते हैं, तो उक्त दो चौराहा एकता चौक व जयप्रकाश चौक पर ट्रैफिक पुलिस के जवान मौजूद रहते हैं. लेकिन पटेल चौक पर अधिकारियों का आवागमन काफी कम होने के कारण वहां पर ट्रैफिक पुलिस का ध्यान बिल्कुल ही नहीं रहता है, जिसका नतीजा रहता है कि वहां पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. स्थिति का आलम यह है कि सड़क किनारे ठेला खोमचा लगाने वाले लोग फुटपाथ के बाद आधे से अधिक सड़क को भी कब्जा कर चुके हैं. सड़क इतनी सिकुड़ गयी है कि दो वाहनों का एक साथ पार करना काफी मुश्किल है, जिसके कारण हमेशा जाम लगा रहता है. जबकि, ऐसा भी नहीं है कि वहां पर सड़क कम चौड़ी है वहां भी सड़क काफी चौड़ी है, जहां पटेल चौक से लेकर बिजली कॉलोनी तक फुटपाथ को पूरी तरह से अवैध कब्जा कर लिया गया है. साथ ही इस इलाके में किसी का ध्यान नहीं होने के कारण अक्सर यहां जाम की स्थिति बनी रहती है. ट्रैफिक पुलिस के जवानों का भी सारा ध्यान शहर के जयप्रकाश चौक और एकता चौक पर ही रहता है, जिससे पटेल चौक पर ध्यान नहीं होने के कारण वहां की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है. = अधिकारियों के आने पर सड़क पर मुस्तैद रहती ट्रैफिक पुलिस बड़ी बात यह है कि सोमवार को पुलिस मुख्यालय से एडीजी पारसनाथ केस की समीक्षा के लिए आये थे, उनके आने को लेकर पुलिस सड़क से लेकर थाना तक अलर्ट थी. सभी पुलिस के जवान ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालन कर रहे थे. कहीं भी जाम की स्थिति बनने नहीं दे रहे थे. उसी तरह से मंगलवार को भी डीआइजी के आने को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया गया था, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अगर सिर्फ अधिकारियों के आगमन के दिन ही सड़क पर खड़े गाड़ियों को हटाया जाये तो ऐसे में ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बाद भी शहर की स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आयेगा.
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