भभुआ सदर. शहर के एकता चौक, जयप्रकाश चौक और पटेल चौक समेत प्रमुख मार्गों पर जाम और अतिक्रमण की समस्या भयावह होती जा रही है. भारी भीड़ और गाड़ियों के दबाव के बीच यहां पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है. इस समस्या का सबसे बड़ा कारण है, अतिक्रमण, अवैध पार्किंग और ट्रैफिक पुलिस की सुस्ती. प्रतिदिन हजारों लोग इन रास्तों से गुजरते हैं, लेकिन संकरी हो चुकी सड़कों पर घंटों फंसते रहते है़ शहर में 10 से 20 फीट चौड़ी सड़कें अतिक्रमण और वाहन पार्किंग की वजह से पांच फीट तक सिमट गयी हैं. ऐसे में कार्यदिवसों पर बैंक, दफ्तर, अस्पताल जाकर लौटने में आम जनता का बहुमूल्य समय जाम में ही बर्बाद हो रहा है.
कागजों में कड़ी कार्रवाई, जमीन पर नतीजा शून्य
शहरवासी दीपक चौरसिया, रासबिहारी चौबे और रवि चंद्रवंशी का कहना है कि अधिकांश व्यावसायिक संस्थान और कार्यालयों में पार्किंग की सुविधा ही नहीं है. बावजूद इसके प्रशासन कोई सख्त कदम नहीं उठाता. पुलिस कप्तान हरिमोहन शुक्ल के योगदान के साथ ट्रैफिक थाना तो बना दिया गया है और चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती भी की गयी है, लेकिन नतीजा जस का तस है. ट्रैफिक पुलिस जवान ड्यूटी पर मुस्तैद दिखने के बजाय बेंच-कुर्सियों पर बैठ पाली खत्म होने का इंतजार करते नजर आते हैं. हाल ही में पुलिस अधिकारियों और जवानों के तबादलों से भी यातायात व्यवस्था और कमजोर हो गई है.
फुटपाथों पर कब्जा, प्रशासन बेपरवाह
भभुआ शहर को जिला बने 33 साल हो गये हैं. इस दौरान सड़कें और फुटपाथ तो बने, लेकिन अब ये जनता के इस्तेमाल में नहीं आ रहे. अधिकतर फुटपाथों पर कब्जा है—कहीं पंचर की दुकानें खुली हैं तो कहीं इसे दुकानदारों ने पार्किंग और गोदाम बना दिया है. कुछ जगहों पर तो मवेशी तक बांधे जा रहे हैं. एकता चौक से अखलासपुर बस स्टैंड, जयप्रकाश चौक, पटेल चौक, सिवों मेला रास्ता, सोनहन बस पड़ाव और देवी जी बाइपास रोड सभी तरफ यही हाल है. मगर अनुमंडल और नगर प्रशासन इस समस्या पर चुप्पी साधे हुए है. समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, जबकि समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया है.योजनाबद्ध तरीके से चलाया जायेगा अभियान
शहरी कुव्यवस्था के संबंध में नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय से बताया कि नगर पर्षद के कर्मचारी प्रत्येक दिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते है. मनमानी पर जुर्माना भी ठोंका जा रहा है. वैसे जल्द ही पुलिस प्रशासन से बैठक कर अतिक्रमण के खिलाफ फिर से विस्तृत अभियान चलाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

