भभुआ सदर. स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 के तहत एसपी बघेल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय केंद्रीय टीम ने भभुआ नगर पर्षद क्षेत्र में स्वच्छता का जायजा लिया. इस दौरान टीम के सदस्यों ने दिल्ली स्थित केंद्रीय मुख्यालय से मिले लोकेशन के आधार पर शहर के अलग-अलग वार्डों, स्कूल-कॉलेजों में जाकर साफ-सफाई, नालियों की स्थिति, सड़क, शौचालय, टॉयलेट, महिला पुरुषों के लिए अलग अलग सार्वजनिक स्नान घर, डोर टू डोर कचरा उठाव, कचरा सेरिगेशन सहित अन्य का जायजा लिया और टेबलेट के माध्यम से जरूरी फोटोग्राफ भी लिये. टीम के सदस्यों ने शहरवासियों से साफ-सफाई, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, स्वच्छ पेयजल, प्रकाश व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्था को ले सवाल किये और साथ ही फीडबैक भी लेते रहे. वहीं, टीम के सदस्यों व मैदानी टीम द्वारा शहर की दी गयी जानकारी और नगर पर्षद, स्मार्ट सिटी द्वारा पेश किये डाक्यूमेंटेशन का मिलान कर दिल्ली मुख्यालय रिपोर्ट दी जाती रही. टीम के सदस्यों ने अलग-अलग वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था व नागरिकों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं सहित सभी तरह की सुविधा को ले स्वच्छ सर्वेक्षण के निर्धारित मानकों के तहत आंकलन किया और टेबलेट से फोटाेग्राफ खींचे. इस दौरान स्थानीय शहरवासियों से फीडबैक भी लिया कि सफाई होती है या नहीं? घरों से कचरे का उठाव, परिवहन हो रहा है या नहीं? इसके अलावा भी टीम के सदस्यों ने अन्य कई प्रश्न पूछे और उनका फीडबैक लिया. = वार्डों में सार्वजनिक शौचालय की स्थिति खराब इधर, केंद्रीय टीम भले ही पिछले चार दिनों से शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण कर रहे हो, लेकिन देश में स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए नगर पर्षद भभुआ के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. जब दिल्ली से मिले लोकेशन के आधार पर कई वार्डों में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत रैंकिंग के लिए आयी टीम ने सर्वे करने के लिए जायजा लिया, तो जगह-जगह कचरे के ढेर, गंदगी व सार्वजनिक शौचालय और अव्यवस्थित सफाई व्यवस्था सामने आयी. कई जगह डस्टबिन कचरे से भरे पड़े मिले, जिनका उठाव समय पर नहीं हो रहा है. सामुदायिक शौचालयों की हालत भी खराब दिखी. इसके अलावा महिलाओं और दिव्यांगों के लिए भी कोई विशेष व्यवस्था नहीं दिखी. शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर कोई रोक नहीं, खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है. कुछ जगहों में डस्टबिन तो रखे गये हैं, लेकिन उपयुक्त नही हैं. जबकि, कई वार्डों में सार्वजनिक शौचालय की स्थिति भी टीम को खराब दिखी. =बोले स्वच्छता निरीक्षक शहर में केंद्रीय टीम द्वारा किये जा रहे स्वच्छ सर्वेक्षण के संबंध में नगर पर्षद के स्वच्छता निरीक्षक संजीव राज झिलमिल ने बताया कि पांच सदस्यीय टीम ने शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए जायजा लिया गया है, लोगों से फीडबैक भी लिये जा रहे है. सर्वेक्षण के लिए टीम की मदद की जा रही है.
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