मोहनिया शहर. स्थानीय नगर पंचायत के कार्यालय का शनिवार को जिलाधिकारी सावन कुमार ने औचक निरीक्षण किया. इसके दौरान सफाई एजेंसी के भुगतान में अनियमितता से लेकर नगर पंचायत बोर्ड द्वारा की गयी नियुक्ति में खामियां पायी गयीं, जिसको लेकर नगर पंचायत के इओ सुधांशु कुमार से स्पष्टीकरण पूछा गया है. जबकि, नियुक्ति मामले में दो सदस्यीय टीम से जांच करायी जाने की बात भी कही गयी. मालूम हो कि शनिवार को बिना सूचना दिये जिलाधिकारी सावन कुमार मोहनिया नगर पंचायत कार्यालय पहुंचे, जहां सबसे पहले पहली मंजिल पर स्थित इओ के कक्ष में पहुंचे और नगर पंचायत में चल रही योजनाओं की समीक्षा की. इसके दौरान कई खामियां सामने आयीं, जिसे देख काफी नाराजगी व्यक्त करते हुए इओ को फटकार लगायी. इसके बाद जिलाधिकारी मुख्य पार्षद कक्ष में पहुंचे, जहां मुख्य पार्षद हासमती देवी से नगर में चल रही योजनाएं सहित समस्या पर जानकारी ली, जिसमें मुख्य पार्षद द्वारा कई बिंदुओं पर अपनी बात रखी गयी. इस दौरान जिलाधिकारी ने नगर पंचायत के मुख्य पार्षद से मुलाकात के दौरान नगर प्रशासन पर प्रभावी नियंत्रण रखने व नियमित निरीक्षण के माध्यम से सभी कार्यों को सुचारु रूप से संचालित करने का अनुरोध किया. इस दौरान मोहनिया एसडीएम राकेश कुमार सिंह, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि इंद्रजीत राम उपस्थित थे. नियुक्ति मामले की दो सदस्यीय टीम करेगी जांच शनिवार को जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि नगर पंचायत मोहनिया में अधिकतर कर्मियों की नियुक्ति नगर पंचायत बोर्ड द्वारा की गयी है. साथ ही नियुक्ति बिना किसी सार्वजनिक विज्ञापन व रोस्टर प्रक्रिया के कर दी गयी है, जो कि सेवा नियमों के विरुद्ध है. उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए जिलाधिकारी द्वारा दो सदस्यीय टीम गठित की गयी है. इसमें वरीय कोषागार पदाधिकारी व स्थापना उप समाहर्ता कैमूर शामिल हैं, जिन्हें एक सप्ताह के अंदर विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. # सफाई एजेंसी के भुगतान में भी मिली अनियमितता जिलाधिकारी द्वारा नगर पंचायत का औचक निरीक्षण करने के दौरान नगर पंचायत में स्वच्छता के लिए लगाये गये दो एजेंसी के भुगतान में प्रथम दृष्टया अनियमितता पायी गयी, जिसको लेकर जिलाधिकारी द्वारा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की गयी है. गौरतलब है कि नगर पंचायत में 16 वार्ड हैं, जिसमें दो एजेंसी से सफाई करायी जाती है. इसमें एक एजेंसी वार्ड एक से आठ तक, तो दूसरी एजेंसी वार्ड 9 से 16 तक सफाई करती है. दोनों एजेंसी को सफाई के लिए फिलहाल प्रति माह 21 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है. जबकि, इसी नगर पंचायत द्वारा 2016 में कार्यरत एजेंसी को सफाई के लिए महज 4 लाख का ही भुगतान किया जाता था. साथ ही निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मोहनिया एसडीएम को निर्देशित किया कि वे समय-समय पर औचक निरीक्षण करते रहें, ताकि सभी कार्यों में पारदर्शिता व नियमबद्घता सुनिश्चित की जा सके.
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