भभुआ कार्यालय. शहर का पॉश इलाका माने जाने वाला पुलिस लाइन और स्टेडियम रोड इस समय नाले के पानी से पटकर बदहाल हो चुका है. हालत यह है कि गर्मी के दिनों में भी यहां घुटने भर नाले का पानी जमा रहता है. डीएम हों या एसपी, सभी अधिकारी इसी रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन नगर पर्षद से सवाल पूछने वाला कोई नहीं है कि शहर के सौंदर्यीकरण पर करोड़ों खर्च करने के बावजूद सड़क पर नाले का पानी क्यों बह रहा है. पैदल पुलिस लाइन या जगजीवन स्टेडियम की ओर जाना तो और भी मुश्किल है. हर मौसम में इस रास्ते पर नाले और शौचालय का पानी जमा रहता है. जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि रोज यहां से गुजरते हैं, मगर सभी मूकदर्शक बने हुए हैं. इस समस्या को लेकर कोई सवाल पूछने वाला नहीं है. और राहगीर जलजमाव की समस्या से परेशान है. इतने लंबे समय से सड़क पर नाले का पानी बह रहा है, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार नगर पर्षद भारी भरकम बजट वाला योजना बनाने में लगी है.
नाले और सड़क निर्माण में लापरवाही
करीब आठ साल पहले नगर परिषद ने वार्ड संख्या सात के इनडोर स्टेडियम इलाके में नाला निर्माण कराया था. बिना लेवलिंग के बने इस नाले का स्तर मुख्य सड़क के नाले से नीचे होने के कारण उसका पानी सीधे स्टेडियम रोड पर गिरने लगा. अब हाल में नगर पर्षद ने इनडोर स्टेडियम जाने वाले रास्ते को भी ऊंचा बना दिया, जिससे मोहल्ले का सारा पानी स्टेडियम रोड पर ही जमा होने लगा. गर्मी में भी यह सड़क किसी बरसाती झील की तरह दिखाई देती है. हर मौसम में घुटने भर पानी सड़क पर रहता है.इस कारण आवागमन मुश्किल हो गया है.राष्ट्रीय पर्व पर ही निकलता है पानी
इस समस्या से हर दिन लोग परेशान रहते हैं, लेकिन नगर परिषद जिम्मेदारी निभाने के बजाय साल में सिर्फ दो दिन सक्रिय होती है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की आवाजाही को देखते हुए मोटर लगाकर पानी निकाला जाता है. बाकी दिनों में लोगों को घुटने भर गंदे पानी से होकर ही गुजरना पड़ता है.
क्या कहते हैं नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी
नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय ने बताया कि वह सड़क निर्माण विभाग की है. पथ निर्माण विभाग की सड़क नीचे होने के कारण उस पर नाले का पानी इकट्ठा हो रहा है. उस सड़क को पथ निर्माण विभाग को ऊंचा कर निर्माण करना है. नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी के बयान के अनुसार स्टेडियम जाने वाले सड़क पर लगने वाले पानी के लिए नगर पर्षद ने सारी जवाबदेही पथ निर्माण विभाग पर फेंक दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

