भभुआ सदर. भीषण गर्मी से लोग बेहाल है़ शहरवासियों की निगाहें बारिश की उम्मीद में आकाश की ओर टिकी हैं. लेकिन, माॅनसून मानो रूठा रूठ-सा गया है. बारिश नहीं होने से उमस और गर्मी लोगों की नींद उड़ा गयी है. दरअसल माॅनसून की घोषणा के बाद से ही दक्षिण बिहार सहित कैमूर जिले में अच्छी बारिश की उम्मीद व्यक्त की गयी थी, लेकिन अब तक बारिश नहीं होने से शहर सहित जिले की गतिविधियों पर विराम सा लगा हुआ नजर आ रहा है. बदर कट्टू धूप, गर्म हवा और उमस ने बुधवार को भी दिनभर लोगों को परेशान किया. इधर, बारिश नहीं होने से किसानों चिंतित है.
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने जून महीने की 15 तारीख से माॅनसून के प्रदेश में आगमन की आधिकारिक घोषणा कर दी थी. लेकिन, अब तक के दो दिन की बारिश को छोड़ दें, तो फिलहाल मनमाफिक बारिश नहीं हुई है. आसमान पर बादल, तो दिन भर उमड़ घुमड़ रहे हैं, लेकिन, बारिश नही हो रही है. बुधवार को शहर का अधिकतम तापमान 1.5 डिग्री बढ़ कर 42 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा था. वहीं न्यूनतम तापमान भी 2 डिग्री बढ़ कर 31 डिग्री सेल्सियस पर चला गया हैं. न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी की वजह से ही गर्मी के साथ उमस लोगों को परेशान कर रही है. दरअसल बारिश की दृष्टि से मई महीना लगभग पूरा सूखा ही रहा और जून महीने में कुछ छिटपुट बारिश हुई. लेकिन, मनमाफिक बारिश नही होने से तेज धूप व उमस लोगों की कठिन परीक्षा ले रही है.जुलाई की बारिश से ही होती है कैमूर में पानी की पूर्ति
कैमूर में देखा जाये तो पानी की पूर्ति जुलाई की बारिश ही करती है. जुलाई के शुरुआती दौर में ही शहर के सूखे बोरिंग शुरू हो जाती हैं और तालाबों में भी अच्छा खासा पानी आ जाता है. किसान फसलों की बोवनी भी आरंभ कर देते हैं और उन्हें भी तीन से चार बार तक पानी मिल जाता है. अगर अच्छी बारिश होती है तो 5 इंच से अधिक बारिश भी दर्ज की जाती है. इस बारिश से शहर में पानी का स्तर भी खासा हो जाता है. लेकिन, इस बार शुरुआती दौर से ही रुकी हुई बारिश के वजह से पानी का लेयर अभी तक वापस नही लौटा है, जिसके चलते खेती बारी तो दूर पेयजल के लिये भी मारामारी हो रही है.
हर दिन तेज धूप व बारिश नही होने से लोगाें की बेचैनी बढ़ गयी हैं. छावनी मुहल्ले के रहनेवाले मनोज कुमार, पप्पू कुशवाहा, वीआइपी कॉलोनी के इंदुशेखर, अशोक आदि का कहना था कि इतनी गर्मी पड़ते हुए आज तक नही देखा था. उमस ने इतना बेहाल कर दिया है. रात काटना मुश्किल हो जा रहा है. ऊपर से रात में बार बार कट रही बिजली लोगों को रूला दे रही है. स्थिति यह है कि, नींद पूरी नही होने से दिनभर कोई काम भी ठीक से पूरा नही हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

