दुखद…. मोकरी पेट्रोल पंप के समीप अज्ञात वाहन ने बाइक में मारी टक्कर –मृतक और घायल पहड़िया गांव के थे रहने वाले, मंगलवार की देर शाम हुआ हादसा = घायल दोनों युवकों को बेहतर इलाज के लिए किया गया हायर सेंटर रेफर प्रतिनिधि, भभुआ सदर. भभुआ थाना क्षेत्र के मोकरी गांव स्थित पेट्रोल पंप के समीप मंगलवार की देर शाम एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवारों को जोरदार टक्कर मार दी. इस हादसे में एक युवक की घटनास्थल पर मौत हो गयी, जबकि बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें हादसे के बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. उन दोनों युवकों की भी हालत चिंताजनक देख डॉक्टर ने बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया. इस हादसे में मृत युवक भगवानपुर थाना क्षेत्र के पहड़िया गांव निवासी बनारसी सिंह का 23 वर्षीय बेटा चंद्रधारी कुमार है, जबकि घायल युवकों में मृतक का सगा भाई लालजी प्रसाद और मृतक के बड़े पिताजी बीरबल यादव का 36 वर्षीय बेटा अंगद यादव शामिल हैं. इस हादसे की सूचना पर भभुआ थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की गयी. बुधवार की सुबह एएसआइ संजीत सिंह ने शव का पोस्टमार्टम कराया और दाह-संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया. पता चला है कि मृत युवक की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व मसोइ गांव में हुई थी. उसकी 14 माह की एक बेटी है. = बढ़ौना गांव से लौट रहे थे बाइक सवार युवक हादसे के संबंध में परिजनों ने बताया कि चंद्रधारी यादव की मां शनिचरी देवी अपनी बहन के घर चैनपुर थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव गयी हुई थी. मंगलवार को बाइक से दोनों भाई और उसके बड़े पिताजी केे बेटे अंगद भी गये थे. रात आठ बजे के करीब तीनों बाइक सवार युवक बढ़ौना गांव से अपने घर पहड़िया लौट रहे थे. इसी दौरान आने के क्रम में मोकरी गांव के समीप स्थित पेट्रोल पंप के समीप तेज रफ्तार अज्ञात वाहन के चालक ने बाइक में जोरदार धक्का मार दिया. ग्रामीणों के अनुसार, टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गये, जिसमें चंद्रधारी की घटनास्थल पर मौत हो गयी. = मां की बात मान लेते, तो बच सकती थी जान परिजनों के अनुसार, देर शाम जब तीनों युवक खाना खाकर रात में ही पहड़िया गांव लौटने की तैयारी करने लगे, तो चंद्रधारी यादव की मां शनिचरी देवी ने रात अधिक होने और ठंड बढ़ने की चिंता जाहिर करते हुए उन्हें रुक जाने और सुबह जाने के लिए कई बार कहा. लेकिन, होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. सदर अस्पताल में बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के दौरान कई लोगों को कहते सुना कि अगर युवकों ने मां की बात मान ली होती और सुबह जाने को तैयार हो जाते, तो शायद आज इतना बड़ा हादसा नहीं होता और न ही चंद्रधारी की जान जाती. इस हादसे के बाद गंभीर रूप से घायल मृतक के भाइयों की भी हालत गंभीर बतायी जा रही है, जिनका इलाज वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में कराया जा रहा है.
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