विकास कुमार, भभुआ कार्यालय
अभी बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू ही हुआ है. इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से इस एक्सप्रेसवे का लाभ लेते हुए उद्योग धंधे को बढ़ावा देने के लिए कवायद शुरू कर दी गयी है. उद्योग विभाग ने कैमूर जिले में बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के बगल में औद्योगिक पार्क बनाने का निर्णय लिया है. इसके लिये उद्योग विभाग की ओर से कैमूर जिले में बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के बगल में 1000 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए चिह्नित कर प्रस्ताव मांगा गया है. जिस पर डीएम के द्वारा औद्योगिक पार्क के लिए 780 एकड़ जमीन चिह्नित कर अधिग्रहण के लिए उद्योग विभाग को प्रस्ताव बनाकर भेज भी दिया गया है. जिस पर उद्योग विभाग के तरफ से औद्योगिक पार्क के लिए आगे की कार्रवाई की जानी है.औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए पार्क बनाने का निर्णय
उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने बीते 24 जून को कैमूर के डीएम को पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाना है, जो कैमूर रोहतास औरंगाबाद एवं गया से होकर गुजरेगी. उक्त जिलों में बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के समीप औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक एक हजार एकड़ भूमि अधिग्रहित किया जाना है. ऐसे में कैमूर जिले में 1000 एकड़ अधिग्रहित किये जाने वाली भूमि का विवरण डीएम यथाशीघ्र उपलब्ध कराये. उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव के उक्त पत्र पर कैमूर डीएम के द्वारा 780 एकड़ जमीन चिह्नित कर अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव उद्योग विभाग को भेज दिया गया है.पार्क के लिए चैनपुर व चांद प्रखंड के पांच मौजा की जमीन चिह्नित
उद्योग विभाग में कैमूर जिले में जो औद्योगिक पार्क 1000 एकड़ में बनाने का निर्णय लिया है. इसके लिए डीएम के स्तर से जो 780 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए चिह्नित कर भेजा गया है. इसमें चैनपुर एवं चांद प्रखंड के पांच मौजा की जमीन है. चैनपुर प्रखंड के कुरई मौज में 216 एकड़, करजी मौजा में 260 एकड़ एवं चांद प्रखंड के कुतबनपुर मौज में 100 एकड़, गेहुआ मौज में 105 एकड़ और मोरबा मौजा में 99 एकड़ जमीन को चिह्नित कर उद्योग विभाग को भेजा गया है.एक्सप्रेसवे निर्माण से उद्योग धंधे को मिलेगा बढ़ावा
राज्य सरकार का मानना है कि केंद्र सरकार के द्वारा जो बनारस रांची कोलकाता एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है. उससे उद्योग धंधे को काफी बढ़ावा मिलेगा. उक्त एक्सप्रेसवे के बगल में जब उद्योग धंधे लगेंगे, तो उससे उत्पादन होने वाले सामान को देश के किसी भी कोने में एक्सप्रेसवे के जरिये आसानी से पहुंचाया जा सकता है. ऐसे में एक्सप्रेसवे के बगल में औद्योगिक पार्क बनाये जाने से राज्य में औद्योगीकरण को काफी बढ़ावा मिलेगा. इसीलिए उद्योग विभाग एक्सप्रेसवे के बगल में सभी चार जिलों में औद्योगिक पार्क बनने का निर्णय लिया है.
क्या कहते हैं अपर समाहर्ता
अपर समाहर्ता ओम प्रकाश मंडल ने बताया कि उद्योग विभाग के द्वारा औद्योगिक पार्क के लिये एक्सप्रेसवे के बगल में 1000 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए विवरण के साथ प्रस्ताव मांगा गया था. जिस पर 780 एकड़ जमीन चिन्हित कर डीएम के स्तर से उद्योग विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

