भभुआ कार्यालय. बीते मंगलवार को भभुआ मोहनिया रोड पर सिपाही शेषनाथ चौबे को अगवा करने एवं 850 रुपये व बाइक की लूट के मामले में तीसरे आरोपित मोकरी गांव की संदीप खरवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बड़ी बात यह है कि इससे पहले इस मामले में गिरफ्तार हुए ईटाढी के राकेश जायसवाल व मोकरी के सरदार पटेल ने यह बताया था कि सिपाही से लूटी गयी बाइक संदीप खरवार के पास ही है. लेकिन, संदीप खरवार की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसने लूटी गयी बाइक भगवानपुर में कहीं अज्ञात जगह पर छोड़ दी थी. ताकि, पुलिस को वह बाइक मिल जाये व पुलिस उसका पीछा करना छोड़ दे. लेकिन, भगवानपुर में उसने जहां पर बाइक को छोड़ी थी, वहां से पुलिस को बाइक मिली नहीं. बल्कि, किसी अन्य व्यक्ति ने वह बाइक गायब कर ली गयी. संदीप खरवार के इस जानकारी के बाद पुलिस की मुश्किलें और बढ़ गयी है. घटना के छह दिन बीत गये हैं, लेकिन इसके बावजूद सिपाही से लूटी गयी बाइक को पुलिस अभी तक बराबर नहीं कर सकी है. संदीप खरवार की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बाइक के बरामदगी की पूरी उम्मीद थी, लेकिन संदीप खरवार के बयान के बाद पुलिस के उम्मीद पर पानी फिर गया है.
लूटी गयी बाइक को पकडे जाने के भय से भगवानपुर में कहीं छोड़ा
एसपी हरिमोहन शुक्ला ने बताया कि गिरफ्तार संदीप खरवार के द्वारा बताया गया है कि भगवानपुर में उसके द्वारा लूटी गयी बाइक को छोड़ दिया गया था. कुछ लोगों के द्वारा यह भी जानकारी दी गयी है कि जहां संदीप के द्वारा बाइक छोड़े जाने की बात कही गयी है. वहां पर दो दिन पहले एक अज्ञात बाइक देखी गयी है, लेकिन उसे कौन ले गया इसकी जानकारी अभी प्राप्त नहीं हुई है. हम वहां के स्थानीय लोगों से आग्रह करेंगे कि किसी के द्वारा अगर उक्त बाइक को ले जाया गया है, तो वह उसे पुलिस को वापस कर दें. अन्यथा बाइक को चोरी करने के मामले में बाइक ले जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
सिपाही को लूटने के बाद उसे मारने की थी योजना
बीते मंगलवार को भभुआ मोहनिया रोड पर जेल के पास सात अपराधियों के द्वारा सिपाही शेषनाथ चौबे के बाइक में पीछे से धक्का मार कर उसके साथ मारपीट करते हुए 850 रुपए बाइक की लूट की गयी थी. पैसा लूटने के दौरान उसके पॉकेट से जब सिपाही का आइ कार्ड मिला, तो पकड़े जाने से डर से अपराधियों ने सिपाही को अगवा कर लिया और उसे मारने की नीयत से भभुआ थाना क्षेत्र के सिमरिया बस्ती के पास सुअरा नदी के किनारे ले गये. लेकिन, सिपाही शेषनाथ चौबे नदी के किनारे अपराधियों से भिड़ गया और किसी तरह उनके चंगुल से भाग कर सिमरिया बस्ती के करीब मंदिर के पास पहुंचा और वहां स्थानीय लोगों के मदद से अपने साथ घटित घटना की सूचना भभुआ थाने के पुलिस तक पहुंचाई पुलिस द्वारा उसे सकुशल थाने लाया गया. इसके बाद उसके साथ हुए घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी व उद्बोधन के लिए छापेमारी एसडीपीओ शिव शंकर कुमार के नेतृत्व में शुरू की गयी थी:छह घंटे के अंदर घटना का कर लिया गया था उद्वेदन
पुलिस के द्वारा उक्त मामले का छह घंटे के अंदर उद्वेदन कर लिया गया था. सिपाही के साथ दिनदहाड़े लूट की घटनाएं एवं उसे अगवा कर करने की योजना को अपराधियों के द्वारा पुलिस के लिए खुली चुनौती थी. सीसीटीवी फुटेज व ताबड़तोड़ छापेमारी कर इटाढी के राकेश जायसवाल को सबसे पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था. राकेश के द्वारा पूरे मामले का उद्वेदन किया गया और उसने बताया कि कैसे-कैसे और किन-किन लोगों के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है, उसने स्वयं के अलावा छह अन्य लोगों का जो घटना में शामिल थे. उनका नाम बताया था. राकेश के मुताबिक बारे गांव का गणेश पटेल वही का बृजेश गोंड मोकरी का सरदार पटेल ईटाढी आकाश पटेल मोकरी का संदीप खरवार एवं चंदौली के अभिषेक कुमार का नाम बताया था. पुलिस ने घटना के अगले दिन सरदार पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया था. सरदार पटेल ने बताया था कि लूटी गयी बाइक संदीप खरवार के पास है पुलिस का घटना के छह दिन बाद अब संदीप खरवार को भी गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन, बाइक की बरामद की नहीं हुई है. वहीं, चार और अन्य आरोपी जो इस घटना में शामिल है उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई हैक्या कहते हैं एसपी
एसपी हरिमोहन शुक्ला ने बताया कि सिपाही से लूटी गयी बाइक की अभी तक बरामद की नहीं हुई है. घटना का सफल उद्वेदन छह घंटे के अंदर ही कर लिया गया था. तीन आरोपितों की गिरफ्तारी हो गई है. बाइक की बरामदगी एवं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

