भभुआ कार्यालय.
17 दिनों के बाद एक बार फिर बनारस-रांची-कोलकाता-एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन पर काम शुरू हो गया है. किसानों के भारी विरोध के बीच पुलिस के बल पर करीब तीन किलोमीटर तक जेसीबी और जेसीबी से अधिग्रहित जमीन पर काम शुरू किया गया. साथ ही उक्त जमीन को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में लिया. सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ भभुआ एसडीएम मोहनिया एसडीएम जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित स्थानीय बीडीओ सीओ थानेदार चैनपुर प्रखंड के मसोंई में अधिग्रहित जमीन पर 05 से 06 पोकलेन व जेसीबी मशीन के साथ काम शुरू किया गया. एक बार फिर 17 दिनों बाद काम शुरू किये जाने पर अपनी धान की फसल को जेसीबी से अधिग्रहित जमीन पर रौंदते देख किसान खेत में उतर गये. मशीन के आगे आकर पुलिस बल व अधिकारियों से हाथापाई कर काम को रुकवाने का प्रयास किया. इसके बाद काम रुकवाने के लिए विरोध में उतरे किसानों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी व पुलिस बल ने हल्का बल प्रयोग भी किया. किसान विरोध करते रहे. लेकिन, पुलिस की भारी संख्या व प्रशासन के आक्रामक रूख के कारण सोमवार को शुरू हुआ काम रोका नहीं जा सका.धरना-प्रदर्शन कर किसानों ने की नारेबाजी
विरोध कर रहे किसान कई बार पोकलेन व जेसीबी मशीन के आगे आकर काम को रुकवाने का भरपूर प्रयास किया. लेकिन, पुलिस बल के जवान उन्हें पकड़ कर जबरन किनारे कर दे रहे थे. बड़ी संख्या में पुलिस बल के कारण किसानों का आंदोलन काम को रुकवाने में सफल नहीं हो पा रहा था. काम रुकवाने में असफल होने के बाद विरोध कर रहे किसान वहीं पर धरने पर बैठ गये और प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. सोमवार को प्रशासन द्वारा मसोई से लेकर बबुरहन सिकंदरपुर से आगे कोहरा नदी तक अधिग्रहित जमीन पर करीब तीन किलोमीटर तक काम कर जमीन को अपने कब्जे में ले लिया गया.मंत्री जमा खान ने काम रुकवाने व किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देने की कही थी बात
दरअसल 17 दिनों पहले 22 अगस्त को जब प्रशासन द्वारा अधिग्रहित जमीन पर काम किया जा रहा था, तब किसानों ने विरोध कर काम को रुकवा दिया था. इसके बाद किसानों के ऊपर प्राथमिक की दर्ज करवाने की कार्रवाई की गयी थी. किसान एवं प्रशासन के बीच लगातार बढ़ रहे विवाद के बाद स्थानीय मंत्री जमा खान ने डीएम, डीडीसी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की थी. उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी. किसानों की खड़ी फसल को रौंदे जाने से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है. इसलिए मैंने डीएम व डीडीसी सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर फिलहाल काम को रुकवा दिया है. और इसको लेकर मैं मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित अन्य लोगों से मिलूंगा और किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दूंगा. इसके बाद मंत्री जमा खान तीन दिनों पहले किसानों के साथ मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से मिल कर किसने की समस्या को बताया था. लेकिन काम रुकने के 17 दिनों बाद एवं जमा खान के नेतृत्व में किसान नेताओं के द्वारा मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से मिलने के दो दिनों बाद एक बार फिर अधिग्रहित जमीन पर काम शुरू कर दिया गया है, जिससे किसानों में काफी आक्रोश है.
किसानों पर मोहनिया एसडीएम के लाठी चलाते वीडियो वायरल
सोमवार को एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए अधिग्रहीत जमीन को कब्ज में लेने के लिए प्रशासन की ओर से जब काम शुरू किया गया, तो बड़ी संख्या में किसान जेसीबी व पोकलेन मशीन के आगे आकर काम को रुकवाना चाहा. इस दौरान पुलिस एवं किसानों के बीच धक्का मक्की हो रही थी. इसी बीच मोहनिया के एसडीएम अनिरुद्ध पांडे के द्वारा लाठी लेकर किसानों के ऊपर लाठी तानते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. अधिग्रहित जमीन पर जिला प्रशासन के द्वारा काम किये जाने और इसका विरोध किए जाने का कई वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा वायरल किया जा रहा है. इसमें एक वीडियो में मोहनिया एसडीएम के द्वारा लाठी लेकर किसान पर मारने के लिए तानते वीडियो को स्थानीय सांसद सुधाकर सिंह सहित किसान नेताओं ने अपने सोशल मीडिया आइडी से पोस्ट कर बताया कि प्रशासन के द्वारा किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है.हालांकि, प्रभात खबर किसी भी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है़किसानों ने तीन किलोमीटर तक फसल को रौंदने का लगाया आरोप
किसान नेताओं ने जिला प्रशासन के ऊपर पुलिस एवं लाठी के बल पर लगभग तीन किलोमीटर में किसानों के खड़ी फसल को रौंदने का आरोप लगाया गया. किसान नेता पशुपति सिंह अभिमन्यु सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने लाठी व पुलिस के बल पर हमारे फसल को रौंद दिया है. हमलोग जब विरोध करने के लिए अपने खेतों में उतरे, तो लाठी एवं पुलिस के बल पर हमें जबरन हटाकर हमारी फसल को रौंद दिया गया. जब हम इसकी शिकायत लेकर स्थानीय मंत्री जमा खान के पास गये और कहा कि आपने यह आश्वासन दिया था कि किसानों के फसल को नष्ट नहीं करने दिया जायेगा. हमने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मिलकर काम को रुकवा दिया है, तो फिर आज एक बार फिर हमारी फसल को क्यों रौंदा जा रहा है. इस पर जमा खान कुछ किसान नेताओं को लेकर मंत्री संतोष सिंह के घर गये, लेकिन इन सब के बावजूद काम नहीं रोका जा सका. जबकि मंत्री जमा खान ने कहा था कि किसानों की फसल को रौंदने नहीं दिया जायेगा. इसे लेकर किसान संघर्ष मोर्चा ने उनको सम्मानित भी किया था और काम रुकवाने का श्रेय भी मंत्री जमा खान ने लिया था. लेकिन अब उनकी मौजूदगी में ही उनके ही क्षेत्र में खड़ी धान की फसल को रौंदा जा रहा है, तो इसके लिए भी मंत्री जमा खान ही जिम्मेदार है.
क्या कहते हैं मंत्री जमा खान
मंत्री जमा खान पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से मैंने किसानों की फसल नष्ट नहीं किये जाने का आश्वासन दिया था. इसके लिए मैंने डीएम सहित अन्य अधिकारियों से बात कर काम को भी रुकवाया था. लेकिन, एक्सप्रेसवे निर्माण को लेकर काफी दबाव है. इसके कारण काम शुरू किया गया है. मैं एक बार फिर कल यानी मंगलवार को पटना जा रहा हूं और उपमुख्यमंत्री से मिलकर काम रुकवाने का प्रयास करूंगा.क्या कहते हैं एसडीएम
एसडीएम अमित कुमार ने बताया कि आज चैनपुर प्रखंड में चार किलोमीटर बनारस-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहीत जमीन पर काम कर जमीन को अपने कब्जे में लिया गया है. इस बीच किसानों ने विरोध कर काम को रुकवाने का प्रयास किया. लेकिन हल्का बल प्रयोग करते हुए काम को किया गया है.
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