भभुआ (सदर) : सूखते फसल व वितरणी नहर में पानी नहीं रहने के चलते नाराज दर्जनों गांवों के आक्रोशित किसानों ने मंगलवार को 11 बजे भभुआ-कुदरा सड़क स्थित अकोढ़ी गांव के पास आधे घंटे तक सड़क जाम कर दिया. सड़क जाम कर रहे किसानों का कहना था कि वे सभी करौंदा वितरणी नहर पर पानी के लिए आश्रित हैं. पिछले एक माह से नहर में पर्याप्त पानी होने के बावजूद कुछ किसानों द्वारा नहर का पानी रोक कर उसे आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है.
किसानों ने बताया कि उक्त नहर करमचट से निकलती है. लेकिन, बीच के किसान अपनी खेती के लिए नहर के पानी को बांध देते हैं. इसके चलते पिछले एक माह से नहर में पानी नहीं आ रहा है. नहर में पानी नहीं रहने के चलते अब किसानों के खेत में लगी फसल मर रही है. किसानों द्वारा सड़क जाम के चलते सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गयी और लोग परेशान रहे.
सड़क जाम की सूचना पर सोनहन थानाध्यक्ष गुफरान अली अपने दल-बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे और सड़क जाम कर रहे किसानों को समझाया. लेकिन, किसान सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद थानाध्यक्ष ने आलाधिकारी को फोन कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी. जाम की सूचना पर पहुंचे भभुआ सीओ राजीव रंजन सिंह व नहर विभाग के अधिकारी ने नहर में पानी छोड़े जाने की बात कही. अधिकारियों द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद किसानों ने सड़क से जाम हटाया. उधर सड़क जाम कर रहे अकोढ़ी, तमाढ़ी, ओदार, तमाड़, मिरियां, तरहनी, तवई व सोनहन गांव के किसान मुन्ना उपाध्याय, प्रसिद्ध उपाध्याय, भीम पासवान व भान सिंह आदि का कहना था कि उनलोगों के समक्ष खेती के पानी के साथ पेयजल की समस्या भी खड़ी हो गयी है. पिछले एक माह से सभी गांव के किसान भू-जल से अपने खेतों की सिंचाई में जुटे हुए है.
इसके चलते गांव में पेयजल के लिए लगे चापाकल भी खराब हो गये हैं. केवल गांव के सामुदायिक भवन का एकमात्र चापाकल चालू हैं. किसानों का कहना था कि अगर अधिकारियों के आश्वासन पर वितरणी में पानी नहीं आता है, तो किसान दुबारा सड़क पर उतरते हुए सड़क जाम करेंगे और इसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी. जाम हटाने के बाद भभुआ सीओ राजीव रंजन सिंह ठकुरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने किसानों द्वारा जाम किये गये नहर को खुलवाया.