अरवल. शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. जब से अरवल नगर परिषद बना है तब से शहर में पार्किंग स्थल बनाने के लिए पिछले कई सालों से प्रशासन के अधिकारी योजना बना रहे हैं. लेकिन हर बार यह प्रयास कुछ दिनों के बाद ढीले पड़ जाते हैं. कई बार मुख्य बाजार के व्यापारियों के साथ प्रशासन ने बैठक कर स्थान चिन्हित किये. अस्थाई पार्किंग की योजना भी बनाई, लेकिन यह योजना सफल नहीं हुई. ऐसे में मुख्य बाजार में आम लोगों और दुकानदारों के वाहन खड़े होने के कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है. शहर में पार्किंग के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पार्किंग स्थल बनाने में प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा. शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में पार्किंग व्यवस्था ना होने से दुपहिया वाहन चालकों के साथ राहगीरों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.अरवल शहर में पार्किंग जोन कही पर भी नहीं है, जिसका कारण है कि दोनों राष्ट्रीय राजमार्गो पर सड़क किनारे वाहन ख़डी कर दी जाती है. शहर में अगर पार्किंग बना दिया जाएं तो यातायात व्यवस्था में सुधार हो सकता है, लेकिन इस गंभीर समस्या पर किसी का ध्यान नहीं जाता है जिससे दिन भर कई बार सड़कों जाम लग जाता है. समाहरणालय के बाहर गेट पर प्रतिदिन 20 से 30 गाड़ियां सड़क किनारे एनएच 33 पर खड़ी रहती हैं.
सड़क किनारे वाहन खड़ा करने पर लगता है जाम :
सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से वाहन खड़े रहने से जाम की स्थिति बनती है. कई बार भारी वाहन ट्रैफिक में फंसने से जाम लगता है जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है.दिन भर जाम की बनी रहती है स्थिति :
शहर के मुख्य बाजारों में पार्किंग अब शहर की सबसे प्रमुख मांग बन गयी है. शहर में पार्किंग के अभाव में लोग मजबूरन बाजारों वे वाहन खड़े करते हैं. जिससे जाम की स्थिति बनी रही रहती है. इससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है. शहरवासियों ने प्रशासन से पार्किंग की व्यवस्था करने की मांग की. ख़ास कर सदर प्रखंड के पास, थाना के पास, महावीर चौक भगत सिंह चौक के पास काफी दिक्क़तों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को पार्किंग के लिए उचित जगह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए ताकि बाजार में खरीदारी करने के लिए आने वालों को दिक्कत न झेलनी पड़े. हालांकि ट्रैफिक पुलिस और होमगार्ड व्यवस्था बनाने में लगे रहते हैं. इसके बावजूद हालात सामान्य नहीं हो पाते. राहगीर रंजीत कुमार, प्रीतम कुमार, स्थानीय दुकानदार राजीव कुमार, अभय कुमार, संतोष कुमार का कहना है कि कहा कि इन बाजारों में तो पैदल राहगीरों को भी दिक्कतें आती हैं. ग्राहक तो दूर दुकानदार भी अपने वाहनों को दुकानों के बाहर खड़े करते हैं. अगर प्रशासन ने पार्किंग की व्यवस्था नहीं की तो लोगों को भी बाजारों से दूर गाड़ियां खड़ी करनी चाहिए.दुकानों के पास खड़े रहते हैं वाहन :
मुख्य बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंचने वाले लोगों को वाहन खड़े करने के लिए एक भी जगह पार्किंग नहीं है. लोग अपने वाहनों को दुकानाें के सामने रोड पर बेतरतीब तरीके से खड़ा कर देते हैं. इस कारण शहर के मुख्य मार्गों से लेकर मुख्य बाजारों में दिन भर ट्रैफिक जाम लगता है. इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी मोनू कुमार ने बताया कि अभी आदर्श अचार संहिता लगी हुई है. इस संबंध में चुनाव के बाद जानकारी दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

