कलेर. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर तक नल से जल पहुंचाने का वादा सवजपुरा गांव में अधूरा रह गया है. कलेर प्रखंड के जयपुर पंचायत सवजपुरा में नल-जल योजना कई सालों से बंद पड़ी है. इससे ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस गांव चार नल-जल के लिए जलमीनार का निर्माण किया गया है परंतु दुर्भाग्य है कि चारों संस्थाओं से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. हालांकि शुरुआत में लोगों को इसका लाभ मिला था. बाद में रख-रखाव के अभाव में योजना बंद हो गयी. वर्तमान वार्ड सदस्य को ऑपरेटर और मेंटेनेंस के लिए बजट मिला था. ग्रामीणों का आरोप है कि यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है. दूसरी ओर जलमीनार पर जो टंकी लगाई गई थी वह आंधी में बिखर गई है. इस मामले में पीएचडी विभाग एवं संबंधित अधिकारी कोई कदम नहीं उठा रहे हैं. जबकि तपती गर्मी के कारण भू-जल स्तर बहुत नीचे चला गया है. परिणामस्वरूप पीने की पानी की किल्लत हो गयी है. ऐसी स्थिति में सवजपुरा गांव की बड़ी आबादी के लिए यह जलमीनार शोभा की वस्तु बनी हुई है. इस मामले में स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ लोग निजी तौर पर अपने घरों में सबमर्सिबल बोरिंग लगाकर उसके पानी को इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन मध्य क्रम एवं निचले वर्ग के लोगों को पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों को नल-जल और सोलर योजना दोनों से वंचित रखा गया है. एक ही गांवों के चार वार्डों में नल-जल सक्रिय नहीं है जिसके कारण यहां के ग्रामीण पीएचइडी एवं संबंधित अधिकारियों से गुजारिश किया है कि समस्या को जल्द समाधान किया जाये, ताकि उन्हें पानी की समस्या से राहत मिल सके.
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