जहानाबाद नगर. विश्व पर्यावरण दिवस पर जिला प्रशासन द्वारा नगर पंचायत मखदुमपुर क्षेत्र में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण एवं मतदाता जागरूकता को एकीकृत करते हुए विविध गतिविधियां सम्पन्न हुईं. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः सात बजे नगर पंचायत मखदुमपुर कार्यालय के समीप हुआ, जहां जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडेय के आगमन के साथ ही ग्रीन वॉटर वॉकथॉन जागरूकता रैली को रवाना किया गया. यह रैली कृष्ण बंसी यमुने घाट तक पहुंची, जिसमें जीविका दीदी, नये व युवा मतदाता, स्वच्छता कर्मी, स्वयंसेवी संस्थाएं और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया. यमुने घाट पर एक पौधा – एक वोट अभियान की शुरुआत डीएम द्वारा नये मतदाताओं को पौधा भेंट कर की गयी. इसके तहत यह संदेश दिया गया कि प्रत्येक नागरिक को लोकतंत्र में भागीदारी निभाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. इस अवसर पर मतदाता इपिक कार्ड का वितरण भी किया गया और सभी नवपंजीकृत मतदाताओं को मतदाता शपथ दिलायी गयी कि वे निर्भीक होकर मतदान करेंगे. इसके बाद सभी अधिकारियों एवं नागरिकों द्वारा सामूहिक पौधारोपण किया गया. साथ ही, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत जिला पदाधिकारी द्वारा कुछ नवजात बालिकाओं की माताओं को बेबी किट प्रदान की गयी, जिससे मातृत्व स्वास्थ्य और बालिका संरक्षण का संदेश प्रसारित हुआ. मौके पर डीपीओ, आइसीडीएस द्वारा बालिका शिक्षा एवं पोषण पर जागरूकता सत्र भी लिया गया. जिला परियोजना पदाधिकारी अमित कुमार द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम में नमामि गंगे मिशन के अंतर्गत नदियों की स्वच्छता को लेकर सामूहिक शपथ दिलायी गयी. इस अवसर पर सहायक निर्वाची पदाधिकारी मखदुमपुर विधान सभा क्षेत्र सह अपर समाहर्ता ब्रजेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी सह सहायक निर्वाची पदाधिकारी जहानाबाद विधान सभा क्षेत्र राजीव रंजन सिन्हा, सहायक निर्वाची पदाधिकारी घोसी विधानसभा क्षेत्र चांदनी कुमारी, नगर पंचायत मखदुमपुर की कार्यपालक पदाधिकारी सीमा कुमारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी पूनम कुमारी, अवर निर्वाचन पदाधिकारी राहुल कुमार और अन्य बीएलओ सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे. पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण करना प्रत्येक मानव का कर्तव्य जहानाबाद नगर. अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस पर भारत स्काउट और गाइड के कैडेट द्वारा शहर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय परिसर में आम, पीपल, बरगद, अमरूद के दर्जनों पौधे लगाये गये. स्काउट-गाइड के साथ पौधारोपण करते हुए सहायक जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा विभाग जयंत कुमार आचार्य ने कहा कि प्रत्येक मानव का कर्तव्य है कि पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण के साथ अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करें, क्योंकि यही पौधे भविष्य में वृक्ष बनते हैं और हम सभी को सांस लेने के लिए हवा, पीने के लिए पानी, खाने के लिए भोजन प्रदान करता है तथा विभिन्न प्रकार के जीवों को संरक्षित करने में मदद करता है, उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए भी प्रेरित किए तथा स्काउट- गाइड को बैच प्रदान कर सम्मानित किया. हरिशंकर कुमार भारत स्काउट गाइड ने पौधारोपण कार्य में सहयोग करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जो पौधे लगाए उसका देखभाल कम से कम तीन साल तक अवश्य करें इस कार्य से पौधे जीवित होकर वृक्ष बनेंगे और आने वाले दिनों में हम सभी को स्वच्छ और सुंदर वातावरण मिलेगा. इसके लिए व्यक्ति समुदाय और सरकार द्वारा मिलकर कार्य किया जा सकता है, जिससे जल, वायु, मृदा, वन और जैव विविधता की रक्षा हो सकेगी. जबकि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन सह शिक्षिका प्रियंका कुमारी ने कहीं की वास्तव में अपनी जीवन शैली को सुधारने और भविष्य के जनजीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है. पौधारोपण कार्य में शुभम कुमार, कृष केसरी, अंकित कुमार, शिवम कुमार, वैष्णवी केसरी, अंजली कुमारी, नंदनी कुमारी, सौम्या कुमारी का सहयोग सराहनीय रहा. इधर सदर प्रखंड के मुठेर पंचायत में विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुखिया श्रीमति आशा देवी के द्वारा वृक्षारोपण किया गया. इस खास मौके पर मुठेर पंचायत के 21 वर्षीय युवक बिट्टू चौधरी ने सैकड़ों पेड़ लगाकर समाज में एक अच्छा संदेश दिया है. वहीं विश्व पर्यावरण दिवस पर, कायनात फाउंडेशन ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद् शकील अहमद काकवी के नेतृत्व में एकल-उपयोग प्लास्टिक को न कहें थीम के साथ एक जन अभियान शुरू किया है. यह पहल संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा समर्थित वैश्विक थीम बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन के अनुरूप है और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने तथा हरित, स्वस्थ ग्रह के लिए सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करती है. शकील अहमद काकवी, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए एक समर्पित कार्यकर्ता हैं, ने लोगों से प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए टिकाऊ प्रथाओं को अपनाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि एकल-उपयोग प्लास्टिक हमारी नदियों से लेकर समुद्रों तक को नष्ट कर रहा है. अब समय है कि हम जिम्मेदारी लें और टिकाऊ भविष्य के लिए सचेत विकल्प चुनें. मखदुमपुर प्रतिनिधि के अनुसार गुरुवार की सुबह नगर पंचायत मखदुमपुर से जिला प्रशासन के निर्देश पर विश्व पर्यावरण दिवस एवं ग्रीन वाटर को लेकर जागरूकता रैली निकाली गयी. रैली को डीडीसी डॉ प्रीति ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं रैली में डीएम अलंकृता पांडेय समेत जिले एवं प्रखंड के कई अधिकारी शामिल रहे. नगर पंचायत से निकली रैली जमुना नदी स्थित कृष्ण वंशी शब्द घाट पहुंचा, जहां डीएम समेत अन्य अधिकारियों ने पौधारोपण किया. साथ ही नए मतदाताओं को एक वृक्ष देकर सम्मानित किया. मौके पर डीएम ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हमलोग की जिम्मेदारी है इसलिए अधिक से अधिक पौधा लगाये. वहीं बाजारवासियों को सिंगल यूज प्लास्टिक उपयोग नहीं करने का नसीहत दिया. मौके पर प्रखंड एवं जिला के कई अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे. आदर्श जीवन में पर्यावरण का संतुलन होना आवश्यक : विश्व पर्यावरण दिवस पर पतंजलि परिवार के लोगों ने शहर स्थित इंडोर स्टेडियम में औषधीय पौधा लगाकर मनाया पर्यावरण दिवस. इस अवसर पर पतंजलि के जिलाध्यक्ष डॉ उदय कुमार तिवारी, ब्रजकिशोर विश्वकर्मा, अर्जुन पंडित, युवा कार्यकर्ता कुंदन कुमार, योग प्रशिक्षक राकेश कुमार, सोशल मीडिया प्रभारी सह योग शिक्षक अनिल कुमार सिंह, संगीता कुमारी (शिक्षिका) सहित अन्य लोग शामिल रहें. मीडिया प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि आज के बारूद के ढेर पर बैठी इस दुनिया को पर्यावरण के बल पर कुछ हद तक संतुलित किया जा सकता है. वर्ना नित्य नये बम-बारूद, हाइड्रोजन और परमाणु बम के इस युग में वातावरण को संभालना दुनिया के लोगो के सामने सबसे बड़ा चुनौती है. गंगा महिमा और पर्यावरण संरक्षण से जीवन संरक्षण संभव : गंगा दशहरा और विश्व पर्यावरण दिवस पर साहित्यकार सत्येंद्र कुमार पाठक ने गंगा नदी के महत्व और पर्यावरण संरक्षण पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जीवनदायिनी माता गंगा का अवतरणोत्सव और पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन से ही जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है. पाठक ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 5 जून को नदियों और सरोवरों के जल स्वच्छता अभियान के साथ-साथ पौधारोपण अभियान भी चलाया जाता है. उन्होंने भारतीय संस्कृति में नदियों के पूजनीय स्थान पर जोर देते हुए गंगा को देवी स्वरूपा जीवनधारा बताया. एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस पर एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत जिले में विभिन्न स्थलों पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. इसी क्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेश कुमार तथा सचिव की उपस्थिति में पौधारोपण कर जनसामान्य को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया. नगर पंचायत घोसी में भी पौधारोपण किया गया तथा साइकिल जागरूकता रैली निकाली गयी. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के मौके पर व्यवहार न्यायालय के खाली जमीन पर सभी न्यायिक पदाधिकारी, व्यवहार न्यायालय एवं प्राधिकार कर्मचारी के नेतृत्व में पौधारोपण किया गया. ब्रजेश कुमार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने पर्यावरण दिवस के मौके पर मौजूद सभी लोगों से कम से कम 10-10 पेड़ लगाने की अपील की. साथ ही उन्होंने कहा कि इन पौधों की देखभाल और रख रखाव का संकल्प जिला जज ने दिलाया. इस मौके पर न्यायिक पदाधिकारी जिला अपर सत्र न्यायाधीश अरुण कुमार शर्मा 1, एनायत करीम, राजेश पांडेय, निहारिका, कुमार कौशल किशोर, विशाल कुमार, संजय कुमार सिन्हा, पुष्पांजलि कुमारी, सचिव रणजीत कुमार एवं अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अनीष कुमार, प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्यायालय प्रेरणा सिंह,अंकित राजन, मुंशीफ एवं आलोक कुमार न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी तथा प्रशिक्षु दंडाधिकारी, विधिज्ञ संघ अध्यक्ष गिरजानंद प्रसाद प्रधान लिपिक पंकज प्रसाद, राहुल कुमार नाजीर, एवं सभी व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी, लीगल एड डिफेंस काउंसिल पदाधिकारी अजीत कुमार, राजीव कुमार, प्राधिकार कर्मियों मनोज कुमार दास, सुजीत कुमार, दीनानाथ कुमार, मिथिलेश कुमार, संतोष कुमार सिन्हा, अधिकार मित्र शशि भूषण कुमार सिन्हा, संजय पंडित, राकेश कुमार, अरुण कुमार सिंह, वीर रतन प्रसाद आदि लोग मौजूद थे. विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर गुरुवार को डीएवी पब्लिक स्कूल में पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाते हुए विद्यालय परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य केके पांडेय, शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया. इस अवसर पर के शीलभद्र, आरपी यादव, अंजनी कुमार, ललित शंकर सहित कई शिक्षकगण, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और कार्यक्रम को सफल एवं प्रभावशाली बनाया. एसएस कॉलेज में प्लास्टिक प्रदूषण विषय पर वेबिनार का आयोजन : विश्व पर्यावरण दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर एसएस कॉलेज के जंतु विज्ञान विभाग, आइक्यूएसी एवं आइसीपीइ मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में प्लास्टिक पॉल्यूशन समस्या एवं समाधान विषय पर वर्चुअल मोड में एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया. पर्यावरणीय महत्व के इस वेबिनार में विशेषज्ञों ने प्लास्टिक प्रदूषण से पड़ने वाले वैश्विक दुष्प्रभाव पर चिंता जतायी. विशेषज्ञों ने सर्वव्यापी पर्यावरण प्रदूषण से पृथ्वी पर मौसम, परिवेश और मानवीय व प्राणी जीवन की परिस्थितियों में तेज़ी से आ रहे बदलावों को रेखांकित किया. मगध विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो दिलीप कुमार केसरी ने प्लास्टिक कचरों के पुनर्चक्रण एवं पुनःउपयोग करने पर जोर दिया. उन्होंने प्लास्टिक उत्पादों के निर्माताओं को भी इस दिशा में कदम उठाने की अपील की. इंडियन प्लास्टिक इंस्टीट्यूट के फैलो तुषार बंदोपाध्याय ने बताया कि पॉलीथिन धीरे- धीरे माइक्रोप्लास्टिक का रूप ले लेता है. यह फूड चेन के जरिए मानव शरीर तक पहुंच जाता है, जो कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारक भी है. उन्होंने इस क्रम में प्लास्टिक उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले थैलेट जैसे खतरनाक रसायन का उल्लेख किया, जो कि मिट्टी को प्रदूषित कर और फूड चेन का हिस्सा बन कर मानव व अन्य प्राणियों के स्वास्थ्य को संकट में डाल रहा है. कार्यक्रम का संचालन कर रहे जन्तु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो प्रवीण दीपक ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध को पूर्ण रूप से लागू करने पर जोर दिया. उन्होंने कैरी बैग के लिए जुट, कागज, पुराने कपड़ों जैसे इको फ्रेंडली विकल्पों के प्रयोग करने पर जोर दिया. साइंस फोर सोसायटी, बिहार के अध्यक्ष प्रो अरुण कुमार ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण को जन जागरूकता व जन-भागीदारी के माध्यम से कम किया जा सकता है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि केवल नौ प्रतिशत प्लास्टिक कचरों का पुनर्चक्रण किया जा रहा है. इस अवसर पर अपने व्याख्यान देने वालों में एस सिन्हा कॉलेज, औरंगाबाद के प्राचार्य प्रो सुधीर कुमार मिश्रा, आइसीपीइ मुंबई के सचिव उन्मेश नायक, सीएसआइआर देहरादून के वरीय वैज्ञानिक डॉ अजय कुमार, नेशनल डॉल्फिन रिसर्च सेंटर, पटना के निदेशक डॉ गोपाल शर्मा, गौरेया विहग फाउंडेशन के निदेशक राजीव रंजन पांडे आदि शामिल रहे. धन्यवाद ज्ञापन आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ विनोद कुमार राय ने किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है