घोसी. शांतिकुंज हरिद्वार के तत्त्वावधान में कोर्रा गांव में 51 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन दीप यज्ञ का आयोजन किया गया. श्रद्धालुओं ने अपने घरों से दीप लेकर आये और सामूहिक रुप से प्रज्ज्वलित किया. शांतिकुंज हरिद्वार से आये टोली प्रमुख बालकराम रत्नमूल ने यज्ञ के महत्व को विस्तृत रूप से समझाते हुए बताया कि दीप जलाना आत्मा को प्रकाशित करने और मानव जीवन में सत्य, प्रेम और करूणा का प्रसार करने का प्रतीक है. दीप यज्ञ जैसे आयोजन समाज में न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता लाते हैं, बल्कि समाज को एकजुट करने और उसकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने का कार्य भी करते हैं. उन्होंने कहा कि गायत्री दीप यज्ञ एक ऐसा यज्ञ है जो गायत्री मंत्र के जाप और दीप प्रज्ज्वलन के माध्यम से किया जाता है. इसमें गायत्री माता और भगवान सूर्य की आराधना के लिए हवन किया जाता है और इससे स्वस्थ्य जीवन, सफलता, यश, धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है. 11 हजार दीपों से सारा यज्ञ क्षेत्र जगमगा गया. पूरा माहौल दीपकों की जगमगाहट से भक्तिमय हो गया. शांतिकुंज से आये युग संगीत गायक अभय सिंह चौहान और वादक अभिषेक वैरागी ने अपने प्रज्ञा गीत के माध्यम से पूरे यज्ञीय वातावरण को भक्तिमय कर दिया. महायज्ञ को सफल बनाने में जिला प्रतिनिधि हरि जी, मुख्य ट्रस्टी शारदानन्दन सिंह, यज्ञ संयोजक बरुन कुमार, ब्रजेश कुमार, विनोद शर्मा, शरद कुमार, कौशलेन्द्र चंद्र, अजय शर्मा, विनोद शर्मा, चुन्नू शर्मा, शम्भू शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीणों का प्रमुख रुप से योगदान है. मौके पर गायत्री परिवार के जिला मीडिया प्रभारी बचनदेव कुमार, परिव्राजक मुकेश कुमार, शेषनाथ चौधरी, प्रवीण शर्मा, अरविंद शर्मा, सुमंत शर्मा, शंकर कुमार, भारती जी मुख्य रुप से उपस्थित थे.
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