जहानाबाद नगर. हर वर्ष 10 दिसंबर को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर साहित्यकार सत्येंद्र कुमार पाठक ने इसे सम्मान, जागरूकता और वैश्विक संकल्प का प्रतीक बताया. यह विशेष दिवस 10 दिसंबर 1948 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा को अपनाने की याद में मनाया जाता है. यूडीएचआर मानव अधिकारों की पहली वैश्विक अभिव्यक्ति थी. यूडीएचआर में 30 ऐसे मूलभूत अधिकारों और स्वतंत्रताओं को सूचीबद्ध किया गया है, जो जाति, रंग, धर्म, लिंग, या किसी अन्य स्थिति के बावजूद सभी मनुष्यों के लिए अविच्छेद्य हैं. यह घोषणा पत्र नवगठित संयुक्त राष्ट्र की शुरुआती प्रमुख उपलब्धियों में से एक था9 इस दिवस की औपचारिक स्थापना दो साल बाद, 4 दिसंबर 1950 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के संकल्प द्वारा होता है. यह दिन उच्च-स्तरीय राजनीतिक सम्मेलनों, बैठकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा चिह्नित होता है. इस अवसर की एक महत्वपूर्ण परंपरा मानवाधिकारों के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों और संगठनों को संयुक्त राष्ट्र पुरस्कार और प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करना है.
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