मखदुमपुर.
नगर पंचायत क्षेत्र में कूड़ा प्रबंधन की अव्यवस्था स्थानीय लोगों के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है. नगर पंचायत द्वारा शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े-कचरे को किसी निर्धारित स्थल पर डालने के बजाय सीधे बाजार की सड़कों के किनारे फेंक दिया जाता है. इससे न केवल गंदगी और बदबू बढ़ती है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ रहा है. बाजार क्षेत्र में जमुना नदी के समीप तथा रेलवे स्टेशन के आसपास बड़ी मात्रा में कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं. सड़क किनारे पड़े इन ढेरों से लगातार जहरीली गैस और धुआं निकलता है, जिससे राहगीरों, स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को परेशानी होती है. प्रदूषित हवा के कारण सिरदर्द, सांस लेने में कठिनाई और संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर पंचायत अब तक कूड़ा निस्तारण के लिए कोई स्थायी स्थल तय नहीं कर सकी है. सफाईकर्मी शहर के विभिन्न मोहल्लों से निकाले गये कचरे को उसी सड़क पर जमा कर देते हैं. जब ढेर बड़ा हो जाता है तो उसे वहीं आग लगा दी जाती है, जिससे वातावरण और भी विषैला हो जाता है और लोगों के लिए सामान्य रूप से चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है. बाजार के निवासी गुड्डू कुमार, दीपक कुमार, नीरज कुमार, मंटू कुमार और नागवंत कुमार ने बताया कि सड़क किनारे कूड़ा फेंके जाने से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है. उन्होंने नगर पंचायत से तुरंत ठोस कदम उठाने की मांग की है, ताकि शहर में कचरे का उचित निस्तारण हो और स्वच्छ, स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित किया जा सके.
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