अरवल. जिले में केंद्र सरकार की एग्रीस्टैक परियोजना के तहत किसानों के लिए फार्मर आइडी बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है. इस प्रक्रिया के तहत भूमि के डाटाबेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व ग्राम में समान नाम और पिता के नाम से ऑनलाइन बकेट तैयार किये जा रहे हैं. पहले चरण में नौ राजस्व ग्रामों की बकेट सूची प्राप्त हुई थी और अब दूसरे चरण में 53 राजस्व ग्रामों की सूची तैयार की गयी है. इस पहल के लिए किसानों के पास वैध मोबाइल नंबर, आधार संख्या और जमाबंदी में आधार के नाम में समानता होना जरूरी है. यह रजिस्ट्री किसानों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे और सही तरीके से पहुंचाने में मदद करेगी. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश भर में किसानों की एक व्यापक और एकीकृत रजिस्ट्री तैयार करना है, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभार्थियों तक कुशलतापूर्वक पहुंचे. इसके अलावा यह रजिस्ट्री पारदर्शिता बढ़ाने के साथ कृषि योजनाओं में सब्सिडी, बीमा और अन्य लाभों के वितरण को सुव्यवस्थित करेगी. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के लिए यह आइडी अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि किसानों की आजीविका में सुधार और बेहतर संसाधन आवंटन सुनिश्चित हो सके.
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