जहानाबाद.
सदर अस्पताल स्थित जीएनएम कॉलेज के सभागार में सिविल सर्जन डॉ देवेंद्र नाथ सिंह की अध्यक्षता में रोगी हितधारक मंच के सदस्यों की एक बैठक की गयी. बैठक में सिविल सर्जन ने रोगी हितधारक मंच द्वारा किए गये कामों की समीक्षा की. बैठक में 13 आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सीएचओ, एएनएम, पंचायती राज जनप्रतिनिधि, फ़ाइलेरिया मरीज, आशा कार्यकर्ता, सोशल वर्कर आदि शामिल रहे. प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन ने कहा कि फाइलेरिया लाइलाज होने के साथ एक घातक बीमारी है. इस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयासरत है.
फाइलेरिया उन्मूलन के लिए आमजन में इस रोग से बचाव के प्रति जागरूकता लाना जरूरी है. इस मुहिम की सफलता के लिए स्वास्थ्यकर्मियों, पंचायती राज जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षकों, फाइलेरिया मरीजों और आम नागरिकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है.
कहा कि जागरूकता ही फ़ाइलेरिया से बचाव का सबसे मजबूत हथियार है. स्वच्छता का पालन, फ़ाइलेरिया मरीजों द्वारा एमएमडीपी किट का सही तरीके से इस्तेमाल करना जरुरी है. सिविल सर्जन ने रोगी हितधारक मंच के सदस्यों को कहा कि आने वाले मानसून के दौरान अपने क्षेत्र में पानी जमा नहीं होने दें और मच्छर से सुरक्षा के उपाय करें. बैठक में शामिल सभी सीएचओ से कहा कि रोगी हितधारक मंच की बैठकों में बारिश जनित रोगों की चर्चा करें और अपने इस मंच के सदस्यों के माध्यम से लोगों में जागरूकता फैलाएं.
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार निशिकांत ने रोगी हिताधरक मंच के सदस्यों तथा फाइलेरिया मरीजों से बात कर विकलांगता सर्टिफिकेट बनाने की जानकारी दी तथा उनकी शंकाओं का समाधान भी किया. इस मौके पर पिरामल स्वास्थ्य से रविरंजन कुमार, वीबीडीसी दीक्षा, सीफार से डॉ श्याम तथा पल्लवी आदि भी मौजूद थे.
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