झाझा. नगर परिषद क्षेत्र का एकमात्र स्व शिवनंदन यादव स्मृति उद्यान में अब नि:शुल्क प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है. अब इसमें प्रवेश करने पर शुल्क लगेगा. इसे लेकर लोगों ने इसका विरोध किया है. विरोध जताते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र नेता सूरज बरनवाल, सुनील कुमार बरनवाल, संदीप कुमार, बृजभूषण बरनवाल समेत कई लोगों ने बताया कि पूरे शहर में यही एकमात्र उद्यान है. जहां बच्चे से लेकर बूढ़े तक सुबह-शाम घूमने आते हैं. अब वन विभाग द्वारा यहां शुल्क लगा दिया गया है. इस कारण लोगों को अब आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. छात्र नेता ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि 20 रुपया प्रति व्यक्ति का शुल्क अधिक है. बिहार के विभिन्न शहरों में प्रातः बेला में व्यायाम आदि के लिए निश्चित समय के लिए ऐसे पार्क नि:शुल्क रहते हैं. शुल्क लगा दिए जाने से जहां टहलने वालों को समस्या आएंगे, वहीं अन्य तरह की भी परेशानियां होगी. उन्होंने वन विभाग की उच्च अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि सुबह के समय में इसे नि:शुल्क किया जाए, ताकि लोगों को सुविधा हो सके. इसे लेकर पूछे जाने पर वनों के क्षेत्र पदाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि पूरे बिहार में नगर परिषद क्षेत्र में पड़ने वाले एवं अन्य उद्यान में शुल्क लगा दी गई है. उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए 10 रुपया, वयस्क के लिए 20 रुपया, मासिक पास 200 रुपया, त्रैमासिक पास 500 रुपया, अर्धवार्षिक पास 900 रुपया, वार्षिक पास 1200 रुपया है. उन्होंने बताया कि यदि कोई वीडियोग्राफी करना चाहते हैं तो उन्हें 1000 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से लगेगा और यदि डॉक्यूमेंट्री बनाना चाहते हैं तो इसके लिए 1500 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क देना होगा. उन्होंने बताया कि शीतकाल में प्रातः 6:00 बजे से 9:00 बजे तक और ग्रीष्मकाल में प्रातः 5:00 बजे से 8:00 बजे तक पार्क टहलने-घूमने के लिए निर्धारित की गई है.
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