कुमार सौरभ, गिद्धौर
गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के रतनपुर, मौरा भलुआही में स्थित दुर्गा मंदिर इस इलाके के लोगों के लिए आस्था का केंद्र रहे हैं. नवरात्र पर्व पर यहां मंदिर परिसर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन के लिए क्षेत्र भर के श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है. बताते चलें कि वासंतिक नवरात्र के अवसर पर रतनपुर के दुर्गा मंदिर में लगभग 100 वर्षों से, तो 150 वर्षों से अधिक समय से मौरा भलुआही में व गांधी आश्रम गंगरा में बीते दो दशक से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित उनकी आराधना की जा रही है. ग्रामीण स्तर पर गठित पूजा समिति की ओर से पूजन अनुष्ठान आयोजित किया जाता है. यहां जो भी भक्त सच्चे मन से मां की शरण में अपनी मनोकामना लेकर झोली फैलाये आता है, मां उनकी हर मुराद पूरी करती हैं. वहीं रविवार को चैत नवरात्र के नौवें दिन माता के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा की गयी. स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि इस दुर्गा मंदिर में दो दिनों तक मेला का आयोजन होता है. वहीं स्थानीय स्तर पर मेले की शोभा बढ़ाने खिलौना, चाट, मिठाई आदि की दुकाने यहां लगने वाले मेला की शोभा बढ़ाती हैं. सुबह से लेकर शाम तक मंदिर परिसर में आरती के लिए महिलाओं की भीड़ लगी रही. रविवार की अहले सुबह से ही मां सिद्धिदात्री के स्वरूप की पूजा क्षेत्र के महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने की. बताते चलें कि विजया दशमी के दिन स्थानीय ग्रामीणों के देखरेख में गाजे बाजे के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन स्थानीय नदी तालाब में किया जायेगा. इधर, दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष कन्हैया जी, सचिव डॉक्टर जागेश्वर रजक, कोषाध्यक्ष गोपाल केसरी एवं रतनपुर गांव के ग्रामीणों द्वारा सामाजिक सौहार्द के साथ यहां दशहरा सामाजिक समरसता के साथ संपन्न कराया जाता रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

