जमुई. नगर परिषद के मुख्य पार्षद मो हलीम उर्फ लोलो के साथ उपमुख्य पार्षद नीतीश कुमार व अन्य पार्षदों का विवाद शनिवार को डीएम कार्यालय तक पहुंच गया. उपमुख्य पार्षद नीतीश कुमार के नेतृत्व में 16 पार्षदों ने डीएम को ज्ञापन सौंप कर नगर परिषद की आम बैठक आयोजित करने की मांग की है. पार्षदों का कहना है कि मुख्य पार्षद मो हलीम बैठक को अपरिहार्य कारणों से रद्द कर देते हैं, जिससे विकास कार्य बाधित है, और विकास नहीं होगा तो हम वोट मांगने जनता के बीच किस प्रकार जाएंगे. पार्षदों ने कहा कि नगर परिषद कार्यालय में मुख्य पार्षद ने 18 अक्तूबर 2024 को जो बैठक बुलायी थी, उस बैठक की प्रोसेसिंग के क्लोजिंग पर मुख्य पार्षद ने अपना हस्ताक्षर नहीं किया. इसके बाद नगर परिषद के वार्ड पार्षदों के बार-बार कहने पर भी वे बैठक बुलाने के लिए तैयार नहीं हुए. वार्ड पार्षदों के विरोध के बाद उन्होंने दो बार बैठक बुलाई, पर बैठक को अपरिहार्य कारणों से रद्द कर दिया गया. इस कारण बैठक नहीं हो पायी. इससे नगर परिषद क्षेत्र में विकास का कार्य बाधित है. वार्ड पार्षदों ने कहा कि 15 फरवरी 2022 को वार्ड पार्षदों के पत्र के आधार पर एक आम बैठक बुलायी गयी थी, इस बैठक को भी मुख्य पार्षद ने राजनीति कर नहीं होने दिया. पार्षदों ने कहा कि अब सारी उम्मीद डीएम से ही लगी हुई है. आगे भी मुख्य पार्षद बैठक नहीं होने देंगे, अगर स्थिति यही रही तो कई महीने से जो विकास कार्य बाधित हैं वे आगे भी बाधित ही रहेंगे. मामले में डीएम से समुचित कार्रवाई की मांग की गयी है. इससे पहले पार्षदों ने समाहरणालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर मुख्य पार्षद के विरोध में जमकर नारेबाजी की. उनपर विकास कार्य बाधित करने का आरोप लगाया.
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