-फर्जी नाम जोड़कर निकाली जा रही सरकारी राशि, ग्रामीणों ने जांच की उठायी मांग जमुई. हरियाली, पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण आय वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सरकार भले ही बड़ी योजनाएं चला रही हो, लेकिन अलीगंज पंचायत में पाैधरोपण मजदूरी को लेकर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि की मिलीभगत से मनरेगा पौधरोपण योजना के तहत सरकारी राशि की बंदरबांट की जा रही है. सूत्रों के अनुसार, अलीगंज पंचायत के मानपुर गांव में सुनीता देवी, कमला देवी, आरती देवी, निभा देवी, श्रीकांत प्रसाद, रामचंद्र महतो, गोपाल महतो और नवीन कुमार के निजी खेतों में पौधरोपण कार्य दिखाया गया है, लेकिन इनके नाम के साथ दो-दो गैर व्यक्तियों के नाम जोड़कर मजदूरी की राशि की अवैध निकासी की जा रही है. कई पंजीकृत लाभुकों ने बताया कि उन्हें योजना की कोई जानकारी तक नहीं है, जबकि उनके नाम से मजदूरी भुगतान कर लिया गया. ग्रामीण पप्पू कुमार, मुकेश यादव, अमरेश कुमार, परशुराम प्रसाद सहित कई लोगों ने बताया कि फर्जी दस्तावेज और मास्टर रोल तैयार कर लाखों रुपये की बंदरबांट की गयी है. उनके अनुसार प्रदीप कुमार, मुन्नी देवी, संजय कुमार, अंजली कुमारी, मंगल रविदास, उदय रविदास, भगवान प्रसाद, रजनीकांत सिंह और श्याम देवी सहित कई गैर लाभुकों के नाम टैग कर रकम निकाली जा रही है. ग्रामीणों ने पंचायतीराज मंत्री और जिलाधिकारी से पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इस संबंध में पीओ राकेश कुमार ने कहा कि यदि पौधरोपण करने वाले लाभुकों के परिवार के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति के खाते में मजदूरी हस्तांतरित की गयी है तो यह पूरी तरह गलत है. मामले की जांच कराई जायेगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी.
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