जमुई.
सदर अस्पताल परिसर के एसएनसीयू कर्मियों की लापरवाही और मनमानी के कारण एक नवजात की मौत गुरुवार को हो गयी. परिजनों ने कर्मियों पर लापरवाही व पैसे मांगाने का आरोप लगाया. नवजात की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने एसएनसीयू के बाहर जमकर हंगामा किया. खैरा थाना क्षेत्र के बदाही गांव निवासी आजाद अंसारी की पत्नी साजश खातून ने गुरुवार को खैरा स्वास्थ्य केंद्र पर एक लड़के को जन्म दिया. जन्म के बाद चिकित्सक ने नवजात की तबीयत ठीक नहीं रहने के कारण नवजात को एसएनसीयू रेफर कर दिया. लेकिन सदर अस्पताल के एसएनसीयू कर्मियों द्वारा परिजनों को नवजात को लेकर लगभग आधे घंटे तक एसएनसीयू के बाहर खड़ा रखा गया और भर्ती लिया गया. इससे नवजात की मौत हो गयी. मृत नवजात के पिता आजाद अंसारी ने एसएनसीयू में ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी नीलू कुमारी पर नवजात को भर्ती करने के लिए पांच सौ रुपये मांगने का भी आरोप लगाया है. नवजात के पिता आजाद अंसारी ने कहा कि मेरा बेटा स्वास्थ्य पैदा हुआ था. लेकिन चिकित्सक द्वारा नवजात को ऑक्सीजन लगाने की बात कहकर सदर अस्पताल परिसर स्थित एसएनसीयू रेफर कर दिया. हमलोग बच्चे को लेकर एंबुलेंस से सदर अस्पताल पहुंचे और इमरजेंसी पर्चा कटाने चले गये. इसी दौरान मेरी पत्नी की बहन से एसएनसीयू में ड्यूटी पर मौजूद नीलू कुमारी द्वारा भर्ती करने को लेकर पांच सौ रुपये की मांग की. पैसा नहीं देने पर नवजात को लेकर आधे घंटे तक एसएनसीयू के बाहर खड़ा रखा गया. इस कारण उसकी मौत हो गयी. उन्होंने एसएनसीयू कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है.कहती हैं एसएनसीयू कर्मी
इस संबंध में एसएनसीयू में ड्यूटी पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी नीलू कुमारी ने कहा कि मेरे ऊपर लगाये जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद है. मैंने किसी भी तरह के पैसे की डिमांड नहीं की है.
कहते हैं अस्पताल प्रबंधक
इस संबंध में सदर अस्पताल प्रबंधक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. घटना की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी गयी है. वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी. दोषी पाये जाने पर उक्त स्वास्थ्य कर्मी पर कार्रवाई अवश्य की जायेगी.
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