जमुई. पुलिस ने 15 वर्षों से फरार चल रही महिला नक्सली सरिता सोरेन उर्फ सीता सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस टीम ने झाझा थाना क्षेत्र के करमा गांव से नक्सली सरिता सोरेन को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक मदन कुमार आनंद ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि चकाई थाना में विभिन्न मामलों में संलिप्त नक्सली सरिता सोरेन अपने मायके आयी हुई है. इसके बाद एक छापेमारी टीम का गठन किया गया. उक्त टीम ने एसटीएफ के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए नक्सली सरिता सोरेन को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिले के चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के सलैया गांव निवासी हीरालाल सोरेन की पत्नी सरिता सोरेन उर्फ सीता सोरेन 15 वर्षों से नक्सली संगठन में सक्रिय रूप से काम कर रही थी. वह नक्सली संगठन के हथियारबंद दस्ते की सदस्य रह चुकी है. वर्ष 2010 में उसके खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ था, जब नक्सलियों ने हरवे-हथियार से लैस होकर अर्जुन हेंब्रम एवं उसके ससुर चतुर हेंब्रम को घर से खींचकर बाहर निकाला था. और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. इस मामले में सीता सोरेन उर्फ सरिता सोरेन की संलिप्तता थी. इसके अलावा नक्सली सरिता सोरेन पर चकाई थाने में कई मामले दर्ज हैं. एसपी ने बताया कि छापेमारी दल में झाझा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार, चकाई थानाध्यक्ष राकेश कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक बृजलाला प्रसाद, पुलिस अवर निरीक्षक आलो रानी गाईन के अलावा एसटीएफ, जिला आसूचना इकाई तथा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.
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