सड़क के दोनों छोर पर है अस्थाई अतिक्रमण, कहीं सजी है अस्थाई दुकान, तो कहीं खड़े रहते हैं वाहन
सोनो. प्रखंड मुख्यालय सोनो के चौक पर फैली बदहाली और प्रशासन की चुप्पी के कारण एनएच 333 सहित अन्य मुख्य सड़कों पर हर दिन जाम लगा रहता है. मुख्य सड़क की चौड़ी सड़कें दोनों तरफ से अस्थाई दुकानें और वाहनों के पड़ाव के कारण अतिक्रमित रहती है, जिससे सड़क सिकुड़कर आधी से भी कम रह जाती है. ऐसे में दोनों ओर से जब ट्रक व बस जैसे भारी वाहन गुजरते हैं, तब घंटों जाम लग जाता है. खासकर सप्ताह के तीन दिन सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सोनो चौक पर जाम से काफी परेशानी होती है. दरअसल बटिया स्थित झुमराज मंदिर में उक्त तीन दिन प्रसाद खाने हेतु जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं के वाहनों के आवागमन से सड़क पर वाहनों का भारी दवाब रहता है. चौक पर सड़क के किनारे ही नहीं, बल्कि सड़क पर ही ठेला और अस्थाई दुकान लगी रहती है, जबकि वाहन सड़क पर ही पड़ाव किए जाते हैं, लिहाजा यहां घंटों जाम लगता है.प्रशासन मौन, जनता परेशान
बालू उठाव में लगे भारी वाहन से भी स्थिति और बदतर हो गयी है और हालात और बिगड़ गए हैं. हैरानी की बात यह है कि प्रशासन की ओर से न तो कोई ठोस पहल दिख रहा है और न ही दूरगामी योजना का कोई संकेत. सोमवार को भी सोनो चौक पर घंटों जाम लगा रहा. एक ओर बालू लदे बड़ी संख्या में ट्रकों का जत्था तो दूसरी ओर बटिया बाबा झुमराज मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की बड़ी संख्या. एनएच-333, एनएच-333 ए से लेकर सोनो-चरकापत्थर मार्ग तक वाहनों की कतारें ऐसी थी कि सड़कें वाहनों से पटी दिख रही थी. कई स्थानों पर पैदल निकलना भी दुश्वार हो गया.
मनमानी पार्किंग जाम का कारण
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या किसी एक दिन की नहीं, बल्कि हर दिन हमें इससे जूझना पड़ता है. बालू लदे ट्रक रोजाना सोनो चौक को ठप कर देते हैं. वहीं सोनो-खैरा, सोनो-झाझा, सोनो-चकाई और सोनो-चरकापत्थर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें यातायात प्रबंधन की कमजोरी को उजागर करती हैं. वाहनों के भीषण दबाव के बावजूद यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने को लेकर प्रशासन उदासीन है. जाम में फंसे लोगों की मजबूरी कभी-कभी उनकी बड़ी परेशानी बन जाती है. सवाल उठता है कि जिस चौक पर रोजाना जाम लगता है, वहां जिम्मेदार विभाग आखिर कब सक्रिय होगा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि मनमानी पार्किंग जाम की जड़ है. आटो, बाइक और ई-रिक्शा जहां चाहें वहीं लगा दिए जाते हैं. दुकानदारों द्वारा सड़क पर फैलाया गया अतिक्रमण हालात को और बदतर बना देता है. लोगों का मानना है कि अगर प्रशासन गंभीरता दिखाए तो सोनो की जाम समस्या कोई बड़ी चुनौती नहीं है.
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