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आधा दर्जन मंदिरों में चोरी, चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

प्रखंड के आधा दर्जन मंदिरों में रविवार की रात हुई लाखों रुपये की संपत्ति की चोरी के चार दिन बाद भी पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है.

चकाई . प्रखंड के आधा दर्जन मंदिरों में रविवार की रात हुई लाखों रुपये की संपत्ति की चोरी के चार दिन बाद भी पुलिस को अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है. संवेदनशील मामले में कार्रवाई की धीमी रफ्तार को लेकर आम लोगों में रोष देखा जा रहा है. क्षेत्र में चोरी की घटनाएं नयी नहीं हैं, किंतु इस बार एक ही रात में कई मंदिरों और ठाकुरबाड़ी को निशाना बनाये जाने से लोग आक्रोशित हैं. जानकारी के अनुसार, चोरों ने राधा–कृष्ण की मूर्तियां, मंदिरों में लगे घंटे, जल चढ़ाने वाले घड़े, पूजा के बर्तन के साथ दान पेटियों को तोड़कर उसमें रखे पैसे उड़ा लिए. घटनास्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में झोला लिए दो संदिग्धों की धुंधली तस्वीर मिली है, लेकिन चेहरा स्पष्ट नहीं हो सका है. चकाई थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है. फुटेज स्पष्ट न होने के बावजूद हर एंगल से पड़ताल की जा रही है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि मामले का जल्द उद्भेदन किया जायेगा.

पहले भी कई मंदिरों में हो चुकी है चोरी

इससे पहले रामचंद्रडीह स्थित पार्वती मंदिर, सरस्वती मंदिर और कानूनगो बंगला शिव मंदिर में भी चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं. पार्वती मंदिर के पुजारी चन्द्रधर मिश्र ने बताया कि पांच वर्ष पहले चोरों ने मां पार्वती की सोने की दोनों आंखें चुरा ली थीं. दो वर्ष पूर्व सरस्वती मंदिर का ताला तोड़कर मां सरस्वती की सोने की नथ ले उड़े थे. कानूनगो बंगला शिव मंदिर में भी घंटा और पूजा के बर्तनों की चोरी हुई थी. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन पुरानी घटनाओं का अब तक उद्भेदन नहीं होने के कारण ही चोरों के हौसले बुलंद हैं और मंदिर फिर निशाने पर आ रहे हैं.

चार वर्ष पूर्व दो मंदिरों में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त की गयी थीं मूर्तियां

चार साल पहले नावा आहर छठ घाट के पास स्थित शिव और काली मंदिर में भी तोड़फोड़ कर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने का घेराव किया था. तब पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से गोला गांव के एक अर्द्धविक्षिप्त युवक को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसके बाद मामला शांत हुआ. लोगों का कहना है कि यह आस्था से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए हाल में हुई चोरी का जल्द खुलासा बेहद जरूरी है.

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