लक्ष्मीपुर. प्रखंड अंतर्गत खिलार गांव के मैदान में शनिवार को लक्ष्मीपुर बरहट आदिवासी सामाजिक व सांस्कृतिक विकास समिति ने धूमधाम से विश्व आदिवासी दिवस मनाया. इसकी अध्यक्षता खिलार पंचायत के सरपंच सह प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष राजेश मरांडी ने की. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य वाणिज्य कर आयुक्त तेज कुमार कुजूर उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन समिति के अध्यक्ष अरुण हांसदा ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुजूर ने उपस्थित सभी लोगों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा कि विश्व आदिवासी दिवस मनाने का उद्देश्य है कि 1982 के 9 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व के मूल निवासी आदिवासी के अधिकारों तथा उसके संरक्षण के लिए एक उप आयोग का गठन किया था. 21वीं सदी में संयुक्त राष्ट्र संघ ने महसूस किया कि विश्व के विभिन्न देशों में निवासरत मूल निवासी आदिवासी समाज अपनी उपेक्षा, बेरोजगारी, बंधुआ, बाल मजदूरी से ग्रसित हैं. उनके संरक्षण की मंजूरी 1993 में हुए राष्ट्र संघ की बैठक में मिलने के बाद 1994 में जाकर मूल निवासी वर्ष घोषित किया गया तथा 9 अगस्त को मूल निवासी आदिवासी दिवस घोषित किया गया. तभी से विश्व में आदिवासी समाज के हक, अधिकार, उनके जीवन स्तर तथा शैक्षणिक स्तर में सुधार करने पर बल दिया गया. इसके लिए हम सभी आदिवासी समाज को जागरूक होना होगा. इसके साथ ही शिक्षा, स्वास्थ के साथ हर क्षेत्र में लोगों को जागरूक करना होगा. तभी हमारी सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक विकास संभव है. इस अवसर पर खेल के द्वारा समाज को एकजुट करने के लिए खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें फुटबॉल, महिला पुरुष द्वारा तीरंदाजी, चार सौ मीटर दौड़, जिलेबी दौड़ आदि शामिल थे. सफल प्रतिभागी को समिति की ओर से पुरस्कृत किया गया. इस कार्यक्रम में स्टीफेन सोरेन, सुमन मरांडी, अरुण मुर्मू, सुरेश हेंब्रम, सम्मर मरांडी, मत्तल मरांडी, बाबूलाल मरांडी, राम टुडु, बीरेंद्र मुर्मू, तथा राकेश मरांडी आदि उपस्थित थे.
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