सोनो. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो में एक अस्पताल कर्मी पर मारपीट में घायल हुए व्यक्ति के इलाज के लिए अवैध राशि लिए जाने का आरोप लगा है. पीड़ित परिवार ने अस्पताल परिसर में ही पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उक्त स्वास्थ्य कर्मी ने इलाज के लिए उनसे दो हजार रुपये की मांग की थी, लेकिन उन्हें एक हजार रुपया ही दे सका. हालांकि जिस स्वास्थ्य कर्मी पर आरोप लगा है वह आरोप को गलत बताते हुए उसे खारिज कर दिया है. दरअसल, सोमवार को नीमाडीह निवासी प्रीतम यादव, ललिता देवी, प्रदीप यादव और नकुलदेव कुमार गांव में आपसी विवाद व मारपीट में घायल होने के बाद इलाज कराने सोनो के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे. पीड़ित प्रदीप यादव का कहना है कि जब उन्होंने चिकित्सक से इलाज और इंजरी रिपोर्ट की मांग किया तब अस्पताल में कार्यरत फैमिली प्लानिंग वर्कर राकेश राज ने उनसे दो हजार रुपये की मांग की. प्रदीप यादव ने बताया कि उन्होंने स्वास्थ्यकर्मी से कई बार निवेदन किया कि वे गरीब हैं और इतनी बड़ी राशि देने में असमर्थ हैं, लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्यकर्मी अपनी मांग पर अड़ा रहा. अंततः किसी तरह एक हजार रुपये की व्यवस्था कर उसे दिया. घायल प्रीतम यादव ने बताया कि सोमवार सुबह गांव में खेत जुताई के बकाया पैसों को लेकर अजय, दीपक और अन्य लोगों से विवाद हो गया था. विवाद बढ़ गया और मारपीट हो गई जिसमें वे घायल हो गए. इसके बाद पुलिस को सूचना देकर इलाज के लिए सोनो अस्पताल लाया गया. यहां इलाज के बदले स्वास्थ्यकर्मी द्वारा रुपए मांगा गया. प्रदीप के साथ उसकी पत्नी ने भी रुपए लेने की बात को बताई. इधर आरोपी स्वास्थ्यकर्मी राकेश राज ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया और आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सबूतों के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. बताते चलें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनो में इससे पूर्व भी कई बार कभी प्रसव में तो कभी बंध्याकरण में अवैध राशि उगाही का आरोप लग चुका है. सिविल सर्जन डॉ. अमृत किशोर ने कहा कि यदि पीड़ित लिखित आवेदन देते हैं तो मामले की जांच की जायेगी. दोषी पग्ये जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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