सिकंदरा : सिकंदरा-लछुआड़ मार्ग पर थाना क्षेत्र के नबाबगंज गांव के समीप बीते सोमवार की शाम यात्रियों से भरी एक बस तेज गति में अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गयी. हादसे में बस में सवार लगभग 50 लोग घायल हो गए. जिसमें से करीब 10-12 लोगों को हाथ पैर में गंभीर चोटें आई है.
बस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद पुलिस व स्थानीय लोगों के सहयोग से सभी घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा लाया गया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद लगभग दो दर्जन घायलों को बेहतर उपचार के लिए सदर अस्पताल जमुई रेफर कर दिया गया.
बस में सवार सभी व्यक्ति देवघर से मुंडन संस्कार संपन्न करवा कर अलीगंज प्रखंड के सहोड़ा गांव वापस लौट रहे थे. घटना की सूचना प्राप्त होते ही अनुमंडल पदाधिकारी लखिंद्र पासवान व एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने भी सिकंदरा अस्पताल पहुंच कर दुर्घटना व घायलों का जायजा लिया.
जानकारी के मुताबिक अलीगंज प्रखंड के सहोड़ा गांव निवासी अमर शर्मा अपने बच्चों का मुंडन संस्कार करवा कर परिजनों व ग्रामीणों के साथ बस से अपने गांव वापस लौट रहे थे. देवघर के सहोड़ा जाने के क्रम में कुछ रिश्तेदारों को उतारते हुए बस जखराज स्थान से लछुआड़ होते हुए सिकंदरा की ओर आ रही थी.
इसी दौरान नबाबगंज के समीप चालक ने संतुलन खो दिया और बस अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे गड्ढे में पलट गई. दुर्घटना के समय बस में करीब 70 लोग सवार थे जिसमें से 50 से अधिक लोग घायल हो गए.
नबाबगंज के समीप बस के दुर्घटनाग्रस्त होते ही वहां पर चीख पुकार मच गई. बस दुर्घटना के बाद ग्रामीणों ने फौरन इसकी सूचना सिकंदरा पुलिस को दी. इस दौरान ग्रामीणों ने मानवता का परिचय देते हुए बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने में सहयोग दिया.
वहीं पुलिस व ग्रामीणों के सहयोग से सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा लाया गया. इस दौरान एम्बुलेंस की कमी को देख सिकंदरा के स्थानीय लोगों ने भी अपने निजी वाहनों से घायलों को उपचार के लिये अस्पताल पहुंचाया. एक साथ इतने घायलों के अस्पताल पहुंचते ही अस्पातल में अफरातफरी मच गयी.
उपचार के बाद कई घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. वहीं प्राथमिक उवचार के बाद 25-30 घायलों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल जमुई रेफर कर दिया गया. बस दुर्घटनाग्रस्त होते ही बस का चालक फरार हो गया. बस पर सवार लोगों के द्वारा बस चालक के नशे में होने की बात बतायी जा रही है
बिजली के खंभे ने बचायी दर्जनों लोगों की जान: सिकंदरा. मुंडन संस्कार से लौटने के दौरान सिकंदरा के नवाबगंज के समीप बस दुर्घटनाग्रस्त होने से यूं तो 50 से अधिक लोग घायल हुए. लेकिन जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.
बताते चलें कि नशे में धुत्त बस का चालक बहुत तेज गति से बस चला रहा था. दुर्घटना के समय बस में लगभग 70 लोग सवार थे. जिसमें से लगभग 50 लोग घायल हुए थे. लेकिन किसी की जान पर खतरा नहीं था. दुर्घटना के बाद अस्पताल पहुंचे लोगों के चेहरे पर हादसे का खौफ साफ नजर आ रहा था.
घटना को याद करते हुए यात्रियों ने बताया कि तेज गति के कारण संतुलन बिगड़ने से बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गयी. लेकिन पलटने से पहले बस लोहे के बिजली खंभे से रगड़ खाते हुए गड्ढे में पलटी. जिसके कारण हादसे में जान माल का नुकसान नहीं हुआ. बस में सवार यात्रियों के मुताबिक अगर बिजली के खंभे से रगड़ खाते हुए बस नहीं पलटती तो हादसा बहुत भयावह होता.
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को पहुंचाया अस्पताल
सिकंदरा. देवघर से मुंडन करवा कर लौटने के दौरान नवाबगंज के समीप यात्रियों से भरी बस पलटते ही दुर्घटना स्थल पर चीख पुकार मच गयी थी. दुर्घटना के बाद रात के अंधेरे में अपने परिजनों को ढूंढ़ते लोगों की चीख पुकार सुन आसपास के कुछ स्थानीय लोग भी जुट गए. जिसके बाद स्थानीय लोग दुर्घटनाग्रस्त बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए. वहीं स्थानीय लोगों ने बस दुर्घटना की सूचना सिकंदरा थाना को भी दे दी.
घटना की सूचना मिलते ही आरक्षी निरीक्षक नीरज कुमार, थानाध्यक्ष राजवर्धन कुमार, अवर निरीक्षक विनोद प्रसाद राय, ध्रुव कुमार, रंजीत यादव ने तत्परता दिखाते हुए सुरक्षा बल के जवानों के सहयोग से सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया. वहीं घटना की जानकारी प्राप्त होते ही एसडीओ लखिंद्र पासवान व एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने भी सिकंदरा पीएचसी पहुंच कर घायलों के इलाज का जायजा लिया व रेफर किये गए घायलों को जमुई भेजने में तत्परता दिखायी.
सिकंदरा से जमुई रेफर हुए घायलों की सूची
चंपा देवी पति पवन महतो, भगवान मिस्त्री पिता जोधन मिस्त्री, नितु देवी पति अमर कुमार, सुनीता देवी पति मोहन शर्मा, मुकेश कुमार पिता दशरथ ठाकुर, विनोद कुमार पिता स्व राजेंद्र प्रसाद, सायला देवी पति भगवान मिस्त्री, शीला देवी पति कामेश्वर महतो, फुलवा देवी पति चंद्रिका मिस्त्री, उषा देवी पति रविंद्र महतो, रुक्मणि देवी पति बाल्मीकि मिस्त्री, शिवकुमार मिस्त्री पिता स्व जोधन मिस्त्री, अरविंद कुमार पिता भोला शर्मा, प्रकाश शर्मा पिता डोमन मिस्त्री, नितीश कुमार पिता रंजीत मिस्त्री, अरूण मिस्त्री पिता हरिहर मिस्त्री, उगन मिस्त्री पिता टुन्ना मिस्त्री, रीना देवी पति संजय शर्मा, संजय शर्मा पिता गणेश शर्मा, विनोद शर्मा पिता युगल शर्मा, राहुल मिस्त्री पिता विश्वनाथ मिस्त्री, सनटु कुमार पिता धीरन मिस्त्री, सुलेखा देवी पति पूना मिस्त्री, रिंकी देवी पति प्रकाश शर्मा, किरण देवी पति जयराम महतो, अमर कुमार पिता भगवान मिस्त्री, अनीता देवी पति कौशल शर्मा, अमीरक मिस्त्री पिता भाषो मिस्त्री, खुशबू कुमारी पिता दशरथ ठाकुर, प्रतिमा देवी पति विनोद कुमार, शकुंतला देवी पति नीरज साव, गोलु कुमार पिता किशन शर्मा.