हाजीपुर. समाहरणालय परिसर के जिला सभागार में रविवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस समारोहपूर्वक मनाया गया. जिला पदाधिकारी वर्षा सिंह के निर्देश के आलोक में कार्यक्रम का उद्घाटन जिला जनसंपर्क पदाधिकारी बैधनाथ प्रसाद एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद हाजीपुर सुशील कुमार सहित उपस्थित पत्रकारों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता की रक्षा पर परिचर्चा हुई.
इस अवसर पर प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि नब्बे के दशक में उदारीकरण, निजीकरण और भूमंडलीकरण के बाद मीडिया के स्वरूप में बदलाव आया. स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए सशक्त प्रेस बहुत जरूरी है. प्रेस के समक्ष कुछ चुनौतियां भी हैं. इन्होंने कहा कि मीडिया की विश्वसनीयता बनाये रखने के लिए आवश्यक है कि सत्यता की जांच के बाद ही खबरें लिखी जाये. इन्होंने कहा कि मीडिया निष्पक्षता को सर्वोपरि रखे. सनसनी फैलाने वाली भ्रामक खबरों को परोसने से बचे.पत्रकारिता के मानकों का रखें खयाल
इओ ने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया आदि के आ जाने से प्रेस के स्वरूप में बदलाव आया है. अब खबरें पल भर में दुनिया में फैल जा रही है. इसलिए मीडिया की जिम्मेवारी और भी बढ़ जाती है. खबरों के चयन, लेखन और प्रसारण में पत्रकारिता के मानकों का ख्याल रखना जरूरी होता है.वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ कुमार ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर व्यूज के चक्कर में भ्रामक तथा तथ्य से परे खबरों को साझा कर देते हैं और उसका दुष्परिणाम देखने को मिलता है. इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने पत्रकारिता के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में ही प्रेस की स्वतंत्रता निहित है. लेकिन हमारी स्वतंत्रता एक जवाबदेह स्वतंत्रता होनी चाहिये. कार्यक्रम को कौशल किशोर, पंकज कुमार, प्रफुल कुमार सहित अन्य कई मीडिया कर्मियों ने भी संबोधित किया.
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