हाजीपुर.
स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य थीम पर सोमवार को जिले में धूमधाम से विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जायेगा. इस वर्ष की थीम मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य सुधार पर केंद्रित है. जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज ने बताया कि इस वर्ष जिला प्रशासन का फोकस सुरक्षित गर्भावस्था और सुरक्षित प्रसव पर रहेगा. इसको लेकर एक साल तक चलने वाला विशेष अभियान शुरू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि पहले से ही जिले में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए घरेलू प्रसव मुक्त पंचायत अभियान चल रहा है. उच्च जोखिम वाली गर्भवतियों के प्रबंधन के लिए एफआरयू को सशक्त किया गया है. सदर अस्पताल स्थित विशेष नवजात देखभाल इकाई भी संचालित की जा रही है. इसके अलावा, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और आरोग्य दिवस के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा रही है.हर सात सेकंड में हो जाती है एक रोकी जा सकने वाली मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, हर साल लगभग तीन लाख महिलाएं गर्भावस्था या प्रसव के कारण जान गंवा देती हैं. दो मिलियन से अधिक नवजात जन्म के पहले महीने में दम तोड़ देते हैं और इतने ही मृत पैदा होते हैं. यानी हर सात सेकंड में एक ऐसी मौत होती है, जिसे रोका जा सकता था.महिलाओं की देखभाल और पारिवारिक सहयोग जरूरी
डीपीओ ने बताया कि महिलाओं और परिवारों को गुणवत्तापूर्ण देखभाल मिलनी चाहिए, जो उन्हें गर्भावस्था के पहले, दौरान और बाद में शारीरिक और मानसिक रूप से सहयोग करे. स्वास्थ्य प्रणालियों को मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य से जुड़े जटिल मुद्दों, जैसे मानसिक स्वास्थ्य, गैर-संक्रामक रोग और परिवार नियोजन से निपटने में सक्षम बनाना होगा. इसके अलावा, ऐसे कानून व नीतियां भी होनी चाहिए जो महिलाओं के स्वास्थ्य और अधिकारों की रक्षा करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है