हाजीपुर. परिवार नियोजन के नये अस्थायी साधन एमपीए-एससी पर बुधवार को स्वास्थ्य विभाग एवं पीएसआइ इंडिया के तकनीकी सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ श्यामनंदन प्रसाद ने किया. इसमें जिला अस्पताल सहित सभी प्रखंडों के 25 चिकित्सकों ने एमपीए-एससी का प्रशिक्षण लिया. मास्टर ट्रेनर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका तथा डॉ स्वाति सिन्हा ने सभी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया. सीएस ने कहा कि एमपीए-आइएम की तुलना में एमपीए-एससी का डोज लगाना सर्विस प्रोवाइडर के लिए अधिक सुविधाजनक है़ दवा की मात्रा कम होने के कारण लाभार्थियों के लिए भी यह अत्यधिक सुविधाजनक है. इस मौके पर डीपीएम कुमार मनोज ने कहा कि ओपीडी, आइपीडी तथा स्वास्थ्य संस्थान में आने वाले सभी लाभार्थियों को इसकी जानकारी दी जाए. डीसीएम निभा रानी ने इस दौरान कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में हमेशा से चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. इस दौरान पीएसआइ इंडिया के सीनियर मैनेजर मिराजुद्दीन अंसारी ने एनसीपी कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की. इस अवसर पर जिला सामुदायिक उत्प्रेरक निभा रानी, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी ऋतुराज, डॉ शाइस्ता, पीएसआइ की जिला प्रबंधक कुमारी सुरभि, डीएएम अमित कुमार आदि मौजूद थे.
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