हाजीपुर. जिले में बढ़ रहे डेंगू मरीज की संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट दिख रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले अब तक डेंगू के 15 मामले सामने आये हैं. इनमें से ज्यादातर मामले ग्रामीण इलाके से ही आये हैं. हालांकि, यह सरकारी रिकार्ड है. लोगों के अनुसार जिले में लोग बड़ी संख्या में डेंगू के शिकार हैं. जिले में बढ़ रहे डेंगू मरीज की संख्या को देखते हुए सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. साथ ही डेंगू मरीज के उपचार के लिए दवा की व्यवस्था भी की गयी है.
इस संबंध में सिविल सर्जन डा श्याम नंदन प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में डेंगू को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. सदर अस्पताल में आ रहे मरीज में रोग संबंधी लक्षण मिलने पर समुचित इलाज के तत्काल इंतजाम की व्यवस्था की गयी है. सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है. वहीं, पीएचसी-सीएचसी में दो-दो बेड का वार्ड बनाया गया है. सभी बेड मच्छरदानी युक्त हैं. डेंगू की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान भी चला रहा है. शहरी व ग्रामीण इलाकों में डेंगू की रोकथाम के लिए फॉगिंग भी करायी जा रही है.सिविल सर्जन ने बताया कि अभी का समय डेंगू के लिए काफी अहम है. यह वह समय है जब तापमान और नमी के कारण साफ पानी में डेंगू के लार्वा ज्यादा पनपते हैं. यह लार्वा एक हफ्ते में ही मच्छर के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं. इससे डेंगू का खतरा बढ़ जाता है. अगर हम सामाजिक रूप से यह नियम बना लें कि हफ्ते में एक दिन अपने घर के आस-पास के छोटे कंटेनर का पानी उलट दें या निकाल दें, तो लार्वा को पनपने से रोका जा सकता है. इन्होंने बताया कि बारिश एवं जलजमाव होने पर मच्छरों की संख्या बढ़ जाता है. लोगों से डेंगू से बचाव को लेकर घर में मच्छर रोधी स्प्रे का प्रयोग करे. साथ ही शरीर पूरी तरह कपड़े से ढकने और घर से बाहर निकलने पर मच्छरों से सतर्क रहे.
निजी अस्पतालों में भी इलाज करा रहे कई मरीज
बताया जाता है कि सरकारी आंकड़ें मे डेंगू के मरीजों की संख्या मात्र 15 है. लेकिन शहर के कई इलाकों में डेंगू के मरीज सामने आए हैं. ये अपना इलाज सरकारी अस्पतालों की अपेक्षा निजी अस्पतालों में कराना ज्यादा लाभकारी मानते हैं. ऐसे में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामलों के लेकर स्वास्थ्य विभाग को विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. डेंगू पीड़ित मरीजों के इलाके में ज्यादा फाॅगिंग करानी होगी.डेंगू के कारण
मच्छरों का प्रजनन
: बारिश के बाद जमा हुए पानी जैसे गड्ढों, नालियों, कूलर और बर्तनों में डेंगू फैलाने वाले एडीज़ मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल बन जाते हैं.गर्मी और नमी
: बारिश के मौसम में वातावरण गर्म और नम रहता है, जो मच्छरों के पनपने और उनकी आबादी बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां प्रदान करता है.जलजमाव
: तेज बारिश से सड़कों और शहरी क्षेत्रों में पानी भर जाता है, जिससे मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ती है.बचाव के उपाय
पानी जमा होने से रोकें
: घर के अंदर और आसपास पानी जमा न होने दें. कूलर, गमलों और अन्य बर्तनों के पानी को नियमित रूप से बदलते रहें.पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
: शरीर को जितना हो सके ढकने वाले कपड़े पहनें, ताकि मच्छर आपको काट न सकें.मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें
: सोने के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें और मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

