गोपालगंज. बैंक कैशियर हत्याकांड के नामजद अभियुक्त और मांझा प्रखंड की भैसही पंचायत के मुखिया राजेंद्र यादव ने मंगलवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. मुखिया राजेंद्र यादव पिछले ढाई साल से फरार चल रहे थे. उन्होंने अपने अधिवक्ता वेद प्रकाश तिवारी के साथ एडीजे-छह अजय कुमार की अदालत में सरेंडर किया, जिसके बाद न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया. जानकारी के अनुसार, मुखिया राजेंद्र यादव पर मांझा थाना कांड संख्या 302 व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है. मामला वर्ष 2013 के एक हत्याकांड से जुड़ा है, जिसमें उनके छोटे भाई रविंदर यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. मृतक रविंदर यादव कोयलादेवी भारतीय स्टेट बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत थे. घटना 14 जून 2013 की है, जब रविंदर यादव अपने घर पर कुर्सी पर बैठे थे, तभी मुखिया राजेंद्र यादव अपने सहयोगियों के साथ बुलेट और स्कॉर्पियो से पहुंचे और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. घटना के बाद से ही आरोपित मुखिया फरार चल रहा था. पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में जुटी थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका था. इस हत्याकांड में अन्य 12 अभियुक्तों के विरुद्ध भी कोर्ट में विचारण चल रहा है. फिलहाल मुखिया को मंडल कारा भेज दिया गया है. पुलिस अब मामले के अन्य पहलुओं की जांच में जुटी है.
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