बरौली. विधानसभा चुनाव बीत गया और इसके साथ ही शहर तथा बाजारों में रंगत लौटने लगी. चूंकि चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद से ही पहले दीपावली, फिर छठ पूजा और उसके बाद तीन दिन तक होती रही बारिश ने ग्रामीणों और शहरवासियों को उलझाये रखा. 20 अक्टूबर को चुनाव चिह्न मिलने के बाद और छह नवंबर को हुए चुनाव में सभी प्रत्याशियों को बहुत कम समय मिला, वोटरों को भी चुनाव और प्रत्याशियों को समझने का समय नहीं मिला. जब तक वे समझते तब तक चुनाव हो गया. हालांकि कम समय के बाद भी वोटरों में खासकर महिला वोटरों में काफी उत्साह दिखा और जम कर वोटिंग हुई. इस दौरान शहर-बाजारों में नाममात्र को रौनक रही क्योंकि बारिश समाप्त होने के बाद से चुनाव को लेकर शहर में घेराबंदी कर दी गयी थी. आने-जाने में हो रही समस्या को लेकर लोगों ने घूमना-फिरना बहुत कम कर दिया था. बाजार से रौनक खत्म हो गयी थी और दुकानदार उदास हो गये थे लेकिन जैसे ही छह नवंबर को चुनाव बीता, उसी शाम बाजार में काफी चहल-पहल देखी गयी. शुक्रवार को गांवों के लोग आराम से शहर पहुंचे, तो रौनक लौटी तथा जमकर खरीदारी की तथा चाय-पान की दुकानों पर चुनाव से संबंधित चर्चाओं का बाजार पूरे दिन गर्म रहा. जो जिस पार्टी या प्रत्याशी का समर्थक था, उसकी जीत के पक्ष में लोग जोरदार समर्थन करते दिखे. हर कोई अपने मनपसंद प्रत्याशी को जीता हुआ बता रहा था. अहले सुबह से चर्चा शुरू हुई, जो देर रात तक पूरे शहर में होती रही और हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. अंत में यही निष्कर्ष निकला कि अब तो जो भी होगा 14 नवंबर को सामने आ ही जायेगा.
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