गोपालगंज. नगर थाने में एक अत्यंत संवेदनशील प्रकरण में जहां एक अधिवक्ता एवं उनके भतीजे को किसी विवाद के कारण अस्थायी रूप से निरुद्ध किया गया था. अधिवक्ता समुदाय के त्वरित एवं समन्वित प्रयासों के फलस्वरूप मामले का शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित किया गया. अधिवक्ता उदय श्रीवास्तव, उदय नारायण मिश्र, अशोक सिंह, रवि श्रीवास्तव, संतोष सिंह, विशाल राज एवं पंकज कुशवाहा की सक्रिय भूमिका, पारस्परिक समझ और वार्ता के माध्यम से थानाध्यक्ष सह पुलिस निरीक्षक की उपस्थिति में दोनों व्यक्तियों को ससम्मान स्वतंत्र किया गया. घटना अधिवक्ताओं की एकजुटता, सूझबूझ एवं लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आस्था का प्रतीक है. उन्होंने यह साबित किया कि कानून के दायरे में रहकर भी न्याय, सम्मान और समाधान संभव है. यह प्रयास न केवल कानूनी बिरादरी के लिए प्रेरणा है बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश देता है.
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