उचकागांव. राज्य सरकार द्वारा जमीन से संबंधित दस्तावेजों को दुरुस्त करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे राजस्व महाअभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. सीओ से लेकर राजस्व कर्मचारी तक रैयतदारों से संपर्क कर जमाबंदी की त्रुटियों, आपसी बंटवारे और अन्य समस्याओं को दूर करने में जुटे हुए हैं. कैंप में लोगों को बताया जा रहा है कि यदि जमाबंदी पंजी में त्रुटि है, तो आवश्यक कागजात प्रस्तुत कर सुधार कराया जा सकता है. साथ ही खारिज-दाखिल, आपसी बंटवारा और नामांतरण जैसे मामलों में सही दस्तावेज उपलब्ध कराने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है. सीओ विकेश कुमार ने बताया कि इस अभियान से हर रैयतदार को अपने खाते को अपडेट करने का अवसर मिल रहा है.
राजस्व कर्मचारी जमाबंदी से संबंधित मामलों की बारीकी से जांच कर रहे हैं. यदि किसी रैयतदार का दस्तावेज अधूरा पाया जाता है, तो उन्हें वंशावली तथा अन्य आवश्यक कागजात पूरे करने के लिए समय दिया जा रहा है. सीओ ने बताया कि राजस्व अभियान के तहत जिन रैयतदारों की मृत्यु हो चुकी है, उनके उत्तराधिकारियों या पुत्रों के नाम से जमाबंदी करने की कार्रवाई भी की जायेगी. वहीं संयुक्त जमाबंदी में मौखिक बंटवारे के आधार पर अंशधारकों के नाम से अलग-अलग जमाबंदी बनाने की प्रक्रिया भी शुरू की गयी है. यह अभियान लोगों को न केवल जागरूक कर रहा है बल्कि जमीन से जुड़ीं समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समाधान भी उपलब्ध करा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

