विजयीपुर. प्रखंड के सहयोगी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं को एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) टीकाकरण के महत्व के बारे में जानकारी दी गयी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रविशंकर मांझी ने बताया कि सोमवार को सभी पात्र आयु वर्ग की बालिकाओं को एचपीवी टीका लगाया जायेगा, जो गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है. यह टीका अनिवार्य रूप से सभी बच्चियों को देना है, लेकिन जो बालिकाएं दमा, टीबी आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं, उन्हें यह टीका डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लगवाना चाहिए. यूनिसेफ के बीएमसी राजीव कुमार ने बताया कि यह टीका खाली पेट नहीं लेना चाहिए, भोजन करने के बाद ही टीकाकरण कराया जाये. यह टीका बाएं हाथ के ऊपरी भाग की मांसपेशियों में लगाया जाता है. बिहार में हर साल 12,000 से 14,000 सर्वाइकल कैंसर के नये मामले सामने आते हैं. इस बीमारी को कम करने के लिए किशोरावस्था की शुरुआत में एचपीवी टीकाकरण बेहद जरूरी है. अनुसंधानों के अनुसार, एचपीवी वैक्सीन लगवाने से लड़कियों में सर्वाइकल कैंसर का खतरा लगभग 90% तक कम हो जाता है. यह योजना मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत चलायी जा रही है और इसका उद्देश्य राज्य की बालिकाओं को एक स्वस्थ भविष्य देना है.
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