थावे. ऐतिहासिक थावे महोत्सव का भव्य आगाज राज्यस्तरीय कलाकार विपिन कुमार मिश्रा के शंखनाद से शुरू हो गया. मां सिंहासनी भगवती को समर्पित शंखनाद जब हुआ, तो मानो धरती पर देव लोक उतर आया हो. शंख घोष से पूरा इलाका अलौकिक हो उठा. विपिन मिश्रा की टीम ने अपनी प्रस्तुति से भारतीय संस्कृति की समृद्धि का एहसास कराया, तो पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा. उसके बाद एक से बढ़कर एक कार्यक्रम से कलाकारों ने दर्शकों को झुमाने का काम किया. प्रशासन के वरीय अधिकारी से लेकर स्थानीय पदाधिकारी कार्यक्रम को बेहतर बनाने में अपनी भूमिका को निभाते नजर आये.
सरस्वती कला केंद्र के रक्तबीज वध की प्रस्तुति ने किया मंत्रमुग्ध
गोपालगंज. थावे महोत्सव के पहले दिन तीसरी प्रस्तुति स्थानीय सरस्वती कला केंद्र की ओर से हुई. इस टीम ने रक्तबीज एक्ट की झांकी प्रस्तुत की, जिसमें दुर्गा स्तुति के कई गीतों के मिक्स पर सामूहिक नृत्य किया गया. इसमें महिषासुर वध, दुर्गा आरती जैसे कई एक्ट देखने को मिले, जिस पर दर्शन मंत्रमुग्ध हो गये. संगीत शिक्षक अनूप शंभुनाथ तथा सुषमा श्रीवास्तव के निर्देशन में आयी टीम में राक्षस के वेश में शिवम ओझा, दुर्गा के वेश में रागिनी, महाकाली के वेश में रौनक, काली के वेश में अनुष्का महागौरी के वेश में एकता के अलावा राक्षसों की टीम में दिव्यम, मुकुंद श्रीवास्तव अभिजीत शौर्य के अलावा सुरम्या सुगंधा, वेदिका अग्रवाल, सोनाली, रूही, स्वाति प्रिया तान्या गरिमा खुशी आदि शामिल थे. कलाकारों को सदर विधायक कुसुम देवी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
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