गोपालगंज. सऊदी अरब के यानबू स्थित सेंडन इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड में फंसे गोपालगंज समेत बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के सैकड़ों श्रमिकों की समस्याओं को लेकर सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने गंभीरता दिखायी है. सांसद डॉ. सुमन ने सोमवार को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से गोपालगंज के मजदूरों से सीधी बात कर उनकी स्थिति की जानकारी ली. कॉल पर बातचीत के दौरान कई श्रमिकों ने अपनी पीड़ा सुनायी, जिसे सुनकर सांसद भी भावुक हो गये.
मानवता के आधार पर तत्काल पहल जरूरी
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है, जिसमें मानवता के आधार पर तत्काल पहल जरूरी है. सांसद ने श्रमिकों को आश्वस्त किया कि उन्हें हर हाल में सुरक्षित वतन लाया जायेगा. इसके लिए उन्होंने विदेश मंत्रालय से संपर्क कर आवश्यक प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. सांसद ने बताया कि गोपालगंज जिले के चार श्रमिकों के परिवारों ने उन्हें आवेदन देकर विदेश में फंसे अपने परिजनों को भारत वापस लाने की गुहार लगायी थी. इन श्रमिकों में उचकागांव प्रखंड के दहीभाता गांव के शैलेश कुमार, थावे प्रखंड के उदंत राय बंगरा के निवासी मनोज राम, उचकागांव प्रखंड के वृंदावन गांव के इमामुल हक, दीपक कुमार शामिल हैं. सांसद ने बताया कि इन चारों मामलों में परिजनों द्वारा दिये गये आवेदन और अन्य जरूरी दस्तावेज विदेश मंत्रालय को भेज दिये गये हैं.
श्रमिकों व उनके परिजनों के संपर्क में हैं सांसद
उन्होंने कहा कि अब भी कई और श्रमिकों के परिजनों ने संपर्क किया है, जिनसे आवश्यक विवरण और पासपोर्ट संबंधित कागजात मांगे गये हैं, ताकि एक समग्र सूची बनाकर विदेश मंत्रालय को भेजा जा सके. डॉ सुमन ने यह भी कहा कि वे लगातार श्रमिकों और उनके परिजनों के संपर्क में हैं. यदि जरूरत पड़ी, तो वे खुद भी विदेश मंत्रालय जाकर व्यक्तिगत रूप से मामला उठायेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है और कोई भी व्यक्ति विदेश में संकट में रहेगा, तो उसे हरसंभव मदद दी जायेगी. सांसद के इस प्रयास से मजदूरों के परिजनों में उम्मीद जगी है. परिजनों ने उनके प्रयास की सराहना की और केंद्र सरकार से भी त्वरित कार्रवाई की मांग की है.
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