गोपालगंज. नेपाल में हुई बारिश के बाद गंडक नदी उफान पर है. नदी गोपालगंज में खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है. डुमरिया में 50 सेमी ऊपर पहुंच गया है. जल संसाधन विभाग की टीम हाइ अलर्ट मोड में है. गंडक नदी पहली बार विशंभरपुर में खतरे के निशान को पार किया.
आज से जल स्तर में कमी आने की उम्मीद
उधर, वाल्मीकिनगर बराज से इस सीजन का सर्वाधिक डिस्चार्ज 1.97 लाख क्यूसेक पर पहुंचा था. हालांकि शाम को घटकर 1.67 लाख क्यूसेक पर पहुंच गया. इससे शुक्रवार से नदी के जल स्तर में कमी आने की उम्मीद है. निचले इलाके में रहने वाले 43 गांवों में बाढ़ का खतरा मानसून के अंतिम दौर मंडराने लगा है. विशंभरपुर में अभियंताओं की टीम लगातार तटबंधों की निगरानी में जुटी है. कार्यपालक अभियंता पवन कुमार ने कहा कि अभी तक खतरे की कोई बात नहीं है.
धूप-छांव के बीच झूमकर बरसे बदरा
गोपालगंज. सुबह से उमड़ते- घुमड़ते बादलों ने शाम तीन बजते ही झूमकर बरसना शुरू कर दिया. इस दौरान 10 एमएम से अधिक बारिश रेकॉर्ड की गयी. शहर की प्रमुख सड़क से लेकर गली-मुहल्ला तक जलमग्न हो गया. सड़कों पर पानी की धार बहने लगी. सदर अस्पताल से लेकर शिक्षा विभाग, निबंधन कार्यालय में भी पानी जमा हो गया. लोगों को आने- जाने में भी कठिनाई होने लगी. सब्जी मंडी में सबसे अधिक नारकीय हालत बने हुए थे. नाला का पानी सड़क पर बहने के कारण उसमें से निकल रही बदबू से लोगों को परेशान किया.
बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी
उधर, मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि बारिश के कारण अधिकतम तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री दर्ज किया गया. आर्द्रता 97 फीसदी तो पूरवा हवा तीन किमी के रफ्तार से चली. बारिश के कारण शहर का एक्यूआइ 60 पर आ गया. मौसम विज्ञानी ने अगले 24 घंटे में जिले के कई हिस्से में हल्की से लेकर मध्यम बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है.
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