पंचदेवरी/गोपालगंज. डीएम पवन कुमार सिन्हा ने पंचदेवरी के सीओ तरुण कुमार रंजन के खिलाफ प्रपत्र क गठित करने का निर्देश दिया है. वहीं, लिपिक ऋत्विक अंजन व अमीन शुभम कुमार को तत्काल निलंबित करने का निर्देश भी डीएम द्वारा दिया गया है.
11 सितंबर को डीएम ने की थी प्रखंड व अंचल कार्यालय की जांच
बीते 11 सितंबर को डीएम ने प्रखंड व अंचल कार्यालय की जांच की थी. जांच के दौरान कार्यालय में मिली व्यापक गड़बड़ी को लेकर डीएम ने यह कार्रवाई की है. कार्रवाई को लेकर जारी किये गये पत्र में यह बताया गया है कि जांच के दौरान संबंधित कार्यालय के लिपिक ऋत्विक अंजन बिना अवकाश प्राप्त किये लगातार अनुपस्थित पाये गये. वहां मौजूद अंचल कार्यालय के कर्मियों ने भी इसकी पुष्टि की.
अंचल अमीन भी लगातार पाये गये अनुपस्थित
अंचल अमीन शुभम कुमार भी लगातार अनुपस्थित पाये गये. उपस्थिति पंजी की जांच के दौरान यह सामने आया कि उक्त अमीन बीते जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई तथा 14 जून तक लगातार अनुपस्थित रहे हैं. लंबे समय तक अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के कारण डीएम ने ऋत्विक अंजन व शुभम कुमार को तत्काल निलंबित करते हुए प्रपत्र क गठित करने का निर्देश स्थापना उपसमाहर्ता गोपालगंज को दिया है. सीओ सहित अंचल के अधिकांश कर्मी कार्यालय से गायब पाये गये थे. इन सबकी अनुपस्थिति के कारण अन्य पंजियों की जांच नहीं की जा सकी थी.
तथ्यों को छुपाने व जिला प्रशासन को गुमराह करने के आरोप में सीओ पर हुई कार्रवाई
जांच प्रतिवेदन के अनुसार तथ्यों को छुपाने के उच्चाधिकारी को अंधेरे में रखकर गुमराह करने के आरोप में सीओ पर कार्रवाई हुई है. सीओ के खिलाफ भी प्रपत्र क गठित कर कार्रवाई करने का निर्देश डीएम ने स्थापना उपसमाहर्ता को दिया है. जांच के क्रम में उच्च वर्गीय लिपिक विवेक कुमार पिछले कई दिनों से गायब पाये गये. जांच के दिन उपस्थिति पंजी में उनकी हाजिरी काटी गयी थी. सीओ व प्रधान सहायक के अनुपस्थित रहने के बावजूद उनकी हाजिरी किसके द्वारा काटी गयी थी, यह पूछे जाने पर वहां उपस्थित कर्मी के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया.
धांधली को देखकर डीएम हुए सख्त
ऐसी ही स्थिति लिपिक अनिल कुमार के साथ भी थी. उपस्थिति पंजी में उनके नाम के सामने सीएल अंकित किया गया था. पंचदेवरी अंचल कार्यालय में व्याप्त इस धांधली को लेकर डीएम काफी सख्त हैं. उन्होंने कार्यालय में अभिरुचि नहीं रखने व अनधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने वाले संबंधित लिपिक, प्रधान लिपिक व सीओ से जवाब-तलब करते हुए इन सभी लोगों के वेतन पर भी तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है.
कई अन्य कर्मियों के वेतन पर भी लगी रोक
डीएम ने प्रखंड कार्यालय की भी विधिवत जांच की थी. जांच प्रतिवेदन के अनुसार कार्यालय के लिपिक विपिन बिहारी प्रसाद, सहायक उमेश दुबे व संविदा सहायक रामी प्रसाद सिंह के कर्मपुस्त की जांच में अनियमितता पायी गयी. दो सौ पत्रों के निष्पादन की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर इनलोगों द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया. कैलेंडर वर्ष 2025-26 में प्राप्त पत्रों के संधारण व निष्पादन तथा रोकड़ पंजी के संधारण में लापरवाही को लेकर डीएम ने इन सभी लोगों के वेतन पर रोक लगाते हुए जवाब तलब किया है. अति शीघ्र कर्मपुस्त का संधारण कराने तथा अन्य सभी कागजातों को अपडेट कराने का निर्देश डीएम ने बीडीओ राहुल रंजन को दिया है
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